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गढ़वा में सृजन साहित्यिक मंच द्वारा हास्य-व्यंग्य कवि सम्मेलन का आयोजन,प्रधान जिला जज राजेश शरण सिंह ने किया उद्घाटन

On: March 21, 2024 1:57 PM
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झारखंड वार्ता न्यूज़

मन बहकने लगा, प्रीत का गीत गाकर चहकने लगा….
भउजी ओरागल जाला फगुनवां…

गढ़वा : सृजन साहित्यिक मंच गढ़वा द्वारा होली के अवसर पर बुधवार की शाम हास्य व्यंग्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. स्थानीय मेलोडी मंडप में आयोेजित इस कार्यक्रम में बिहार और उतर प्रदेश के कवियों ने विभिन्न विधा के अपनी रचनाओं से देर रात तक श्रोताओं को बांधे रखा. कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि प्रधान जिला जज राजेश शरण सिंह, कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश राम बचन सिंह और सेवानिवृत जज केएन पांडेय ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर दीप जलाकर किया. कवि सम्मेलन की शुरूआत भभुआ से आये शंकर कैमूरी ने वर दे वीणावादिनी वर दे… सरस्वती वंदना से की. इसको आगे बढ़ाया बनारस से आये कवि नागेश त्रिपाठी ने अपनी हास्य व व्यंग्य रचना की प्रस्तुति कर की. उनकी हे ऋतुराज वसंत आओ… व मेरे साढ़ू घुले रहते हैं रहर की दाल की तरह सुनाकर तालियां बटोंरी. इसके पश्चात यूपी के चंदौली से आये मनोज द्विवेदी मधुर ने अपने एक से बढ़कर एक सस्वर गीतों की प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर डाला. उनकी रचना ऐसा क्या हो गया, मन बहकने लगा, प्रीत का गीत गाकर चहकने लगा…, भउजी ओराइल जाला फगुनवां… भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा पर- राम ही ताकत, राम निवारक, राम महामुंद मंगलकारी…सुनाकर श्रंगार रस व भक्तिरस दोनों का आनंद दिलाया.

पटना से आये फारूक सरइयाबी ने दीन, धरम इमान की बातेंं करते हैं, हम तो हिंदुस्तान की बातें करते हैं…राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया. प्रतापगढ़ यूपी से आये दिनेश सिंह गुकज ने मंडप मेंं मैने देखा जो बीवी का नजारा…सुनाकर सबको हंसी से लोटपोट कर दिया. मंच पर गढ़वा की पुनमश्री ने होली खेले सबके संग, होली का हुड़दंग…गाकर सबको होली के रंग में डुबोने का प्रयास किया. सृजन के उपाध्यक्ष राजमणि राज ने अपनी रचना रोशन सुबह तूझी से, चांदी निशां बनी है…की प्रस्तुति कर सबको प्रभावित किया. स्थानीय लोकगायक राजकिशोर राय व संजय चौबे ने भी अपनी प्रस्तुति से सबका मनोरंजन किया.

कार्यक्रम में स्वागत भाषण अध्यक्ष विनोद पाठक ने, संचालन शंकर कैमूरी व राकेश त्रिपाठी ने तथा धन्यवादज्ञापन रासबिहारी तिवारी ने किया. इसके पूर्व सचिव सतीश कुमार मिश्र ने अपने शहरनामा में गढ़वा शहर की वर्तमान दशा पर अपने व्यंगात्मक प्रस्तुति से समस्याओं को बखूबी से उठाया. समारोह में मंच की ओर से डॉ पातंजलि केसरी, विजय पांडेय, राजकुमार मधेशिया, राजमणि राज आदि ने सभी कवियों व अतिथियों को अंगवस्त्र व मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया.

युवाओं को साहित्य से जोड़ने की जरूरत : राजेश शरण सिंह

इस अवसर पर प्रधान जिला जज राजेश शरण सिंह ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुये कहा कि आज के युवाओं को साहित्य से जोड़ने की जरूरत है. समाज का निर्माण इसी तरह के सांस्कृतिक पहल से होगा. उन्होंने कहा कि मोबाइल पर आज सबकुछ मिल जाता है, परंतु मोेबाइल पर कार्यक्रम देखना और मंचीय कार्यक्रम देखना दोनों में काफी अंतर होता है. यहां आने पर काफी कुछ सीखने को मिलता है.

कार्यक्रम में ये रहें मौजूद

भाजपा नेता अलखनाथ पांडेय, समाजसेवी विजय केसरी, कंचन साहू, राकेश पाल, चैंबर अध्यक्ष बबलू पटवा, डॉ एमपी गुप्ता, डॉ जेपी सिंह, उमाकांत तिवारी, कमलेश गुप्ता उर्फ पिंटूजी, कांग्रेस अध्यक्ष ओबेदुल्लाह हक अंसारी, दीपक तिवारी, शशिशेखर गुप्ता, अनितादत्त, उपेंद्र सिंह, भृगुनाथ चौबे, विजय चौबे, विवेकानंद उपाध्याय आदि.

Satyam Jaiswal

सत्यम जायसवाल एक भारतीय पत्रकार हैं, जो झारखंड राज्य के रांची शहर में स्थित "झारखंड वार्ता" नामक मीडिया कंपनी के मालिक हैं। उनके पास प्रबंधन, सार्वजनिक बोलचाल, और कंटेंट क्रिएशन में लगभक एक दशक का अनुभव है। उन्होंने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से शिक्षा प्राप्त की है और विभिन्न कंपनियों के लिए वीडियो प्रोड्यूसर, एडिटर, और डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। जिसके बाद उन्होंने झारखंड वार्ता की शुरुआत की थी। "झारखंड वार्ता" झारखंड राज्य से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करती है, जो राज्य के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

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