Allu Arjun: हैदराबाद में फिल्म पुष्पा-2 की स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान मची भगदड़ के मामले में पुलिस जांच ने चौंकाने वाले निष्कर्ष सामने रखे हैं। हैदराबाद पुलिस ने इस मामले में अपनी चार्जशीट दाखिल कर दी है, जिसमें साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन समेत कुल 23 लोगों को आरोपी बनाया गया है। यह आरोप पत्र चिक्कडपल्ली थाना पुलिस द्वारा दाखिल किया गया है।
चार्जशीट के अनुसार, संध्या थिएटर के मालिक को मुख्य आरोपी (ए-1) बनाया गया है, जबकि अभिनेता अल्लू अर्जुन को ए-11 के रूप में नामित किया गया है। इसके अलावा थिएटर प्रबंधन, अल्लू अर्जुन के निजी मैनेजर, स्टाफ के सदस्य और आठ निजी बाउंसर भी आरोपियों की सूची में शामिल हैं।
लापरवाही से हुई जानलेवा भगदड़
पुलिस ने अपनी जांच में स्पष्ट किया है कि यह हादसा संध्या थिएटर प्रबंधन की गंभीर लापरवाही का नतीजा था। जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि यह पहले से तय था कि अभिनेता अल्लू अर्जुन की मौजूदगी को लेकर भारी संख्या में प्रशंसक जुटेंगे, इसके बावजूद भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए।
चार्जशीट में उल्लेख किया गया है कि वीआईपी मेहमानों के लिए अलग प्रवेश और निकास मार्ग की व्यवस्था नहीं की गई, जिससे स्थिति और अधिक बेकाबू हो गई। पुलिस का यह भी कहना है कि सुरक्षा कारणों से अभिनेता की उपस्थिति की अनुमति पहले ही नहीं दी गई थी, फिर भी कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया।
अल्लू अर्जुन पर क्या आरोप?
पुलिस के अनुसार, अल्लू अर्जुन को उच्च जोखिम वाली भीड़ की स्थिति की जानकारी होने के बावजूद थिएटर पहुंचने और स्थानीय प्रशासन के साथ समुचित समन्वय न करने के आरोप में आरोपी बनाया गया है। जांचकर्ताओं का दावा है कि अभिनेता की मौजूदगी ने भीड़ को और अधिक उग्र कर दिया, जिससे भगदड़ की स्थिति पैदा हुई।
निजी बाउंसरों की भूमिका भी सवालों के घेरे में
चार्जशीट में अल्लू अर्जुन की निजी सुरक्षा टीम और बाउंसरों की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठाए गए हैं। पुलिस का कहना है कि निजी सुरक्षा कर्मियों की आवाजाही और भीड़ की दिशा में किए गए कुछ इशारों से अफरा-तफरी और बढ़ गई, जिससे हालात नियंत्रण से बाहर हो गए।
हादसे में महिला की मौत
यह दर्दनाक घटना 4 दिसंबर 2024 की शाम हैदराबाद के आरटीसी एक्स रोड्स स्थित संध्या थिएटर में हुई थी। पुष्पा-2 की प्रीमियर स्क्रीनिंग के दौरान अभिनेता की एक झलक पाने के लिए हजारों की संख्या में प्रशंसक जमा हो गए थे। इसी दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 35 वर्षीय महिला रेवती की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका नाबालिग बेटा श्रीतेज ऑक्सीजन की कमी के कारण गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे जटिल चिकित्सकीय समस्याओं का सामना करना पड़ा।
फिलहाल, इस हाई-प्रोफाइल मामले में चार्जशीट दाखिल होने के बाद कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी और सभी आरोपियों की भूमिका पर अदालत में फैसला होगा।














