कानपुर: बरौनी से नई दिल्ली जा रही 02563 हमसफर एक्सप्रेस के एसी कोच में छेड़खानी करने वाले रेलवे कर्मचारी प्रशांत कुमार (34) को यात्रियों ने पीट-पीट कर मार डाला। लखनऊ एशबाग से शुरू हुई मारपीट कानपुर सेंट्रल तक होती रही। कानपुर सेंट्रल पर जीआरपी ने उसे हिरासत में लेकर अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी प्रशांत कुमार (34) रेलवे में ग्रुप डी कर्मचारी था। उसे आश्रित कोटे से नौकरी मिली थी।मुजफ्फरपुर में ही उसकी तैनाती थी। वह दिल्ली जाने के लिए मंगलवार देर रात सीवान से हमसफर (क्लोन स्पेशल) एक्सप्रेस में जनरल टिकट पर सवार हो गया। टीटी ने पेनाल्टी लेकर उसका एसी का टिकट बना दिया था। इसी कूपे की सीट नंबर 41 और 42 पर गुरुग्राम निवासी परिवार भी सफर कर रहा था। देर रात 11:30 बजे करीब किशोरी को प्रशांत ने बहला-फुसलाकर अपनी सीट पर बैठा लिया। आरोप है इसी दौरान उसने किशोरी के साथ छेड़छाड़ की। विरोध जताने पर आरोपी ने उसे धमकाया। किशोरी डरी सहमी चुपचाप बैठी रही। कुछ देर बाद मां संग टॉयलेट गई, फिर उसने आपबीती सुनाई।
पीड़ित किशोरी ने मां को घटना की जानकारी दी तो उसने परिजनों और अन्य यात्रियों को बताया। इस पर आक्रोशित भीड़ ने पीटना शुरू कर दिया। ट्रेन बुधवार तड़के 4:35 बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची जहां जीआरपी ने उसे हिरासत में ले लिया। वह थाने तक पैदल गया। पीड़िता की मां ने जीआरपी थाने में आरोपी के खिलाफ तहरीर दी। हिरासत में लेने की बात सुनते ही उसकी तबीयत बिगड़ गई। दोपहर 12 बजे के करीब उसे एंबुलेंस से केपीएम अस्पताल भेजा गया। दोपहर 2.05 बजे डॉ. सरोजनी सिंह मेडिकल के लिए पहुंची तब तक उसका शरीर ठंडा पड़ गया था। ईसीजी में कोई हरकत न देखकर दोपहर 3.10 बजे उसे मृत घोषित कर दिया गया।