गढ़वा: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रिंकू तिवारी ने पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर पर गढ़वा की सांस्कृतिक विरासत और जनसांख्यिकी को बदलने का आरोप लगाया है। तिवारी ने कहा कि पूर्व मंत्री लगातार गढ़वा के सांस्कृतिक मूल्यों पर हमला कर रहे हैं, जिससे बहुसंख्यक हिंदू समाज की भावनाएं आहत हो रही हैं।
तिवारी ने तीन प्रमुख घटनाओं का उल्लेख करते हुए पूर्व मंत्री पर निशाना साधा:
मां गढ़देवी गेट: उन्होंने आरोप लगाया कि मिथिलेश ठाकुर ने मां गढ़देवी के मंदिर के प्रवेश द्वार पर अपने माता-पिता का नाम लिखकर देवी का अपमान करने की कोशिश की।
रंका मोड़ पर घंटाघर: तिवारी ने घंटाघर को ‘गुलामी का प्रतीक’ बताते हुए कहा कि इसे बनाकर गढ़वा के लोगों को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया है।
मझिआंव मोड़ पर प्रतिमा: उन्होंने कहा कि नगर पंचायत द्वारा ‘अटल चौक’ के रूप में अधिसूचित मझिआंव मोड़ पर सत्ता का दुरुपयोग करते हुए जनभावनाओं के विपरीत अब्दुल हमीद की प्रतिमा स्थापित की गई है। तिवारी ने इस कदम को बहुसंख्यक हिंदू समाज की भावनाओं को कुचलने जैसा बताया।
भाजपा की सरकार बनाने का आह्वान
रिंकू तिवारी ने महागठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इसे ‘कबाड़ कर फेंकना’ ही एकमात्र विकल्प है। उन्होंने बहुसंख्यक समाज से अपील की कि वे अपनी भावनाओं की रक्षा के लिए और पूरे राज्य में भाजपा की सरकार बनाने के लिए प्रयास करें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं किया गया, तो वर्तमान सरकार उनकी भावनाओं को इसी तरह रौंदती रहेगी।
‘भटके हुए युवाओं’ से अपील
तिवारी ने अपने समाज के कुछ ‘भटके हुए’ युवाओं से भी अपील की। उन्होंने इसकी तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से की, जिसे राजा-महाराजाओं ने थोड़े से प्रलोभन में सहयोग देकर देश को 200 साल की गुलामी में धकेल दिया था। इसी तर्ज पर, उन्होंने युवाओं से कहा कि वे थोड़े से लालच में आकर अपनी सांस्कृतिक विरासत पर हो रहे हमले के खिलाफ खड़े हों और गढ़वा की पहचान को बचाने में मदद करें।