लातेहार :-प्रखंड के बंसकरचा से कुरो तक करोड़ों रुपए की लागत से बनी सड़क निर्माण के साथ ही टूटने लगी है। सड़क के क्षतिग्रस्त होने से कई सवाल खड़े हो गए हैं। ऐसी स्थिति में निर्माण कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी की गई है। ऐसी स्थिति में सड़क की मरम्मति होगी भी या नहीं, यह कहना मुश्किल हो गया है।
विभाग की ओर से निर्माण कार्य दौरान कोई सख्ती नहीं बरती गई। यही कारण है कि सड़क जगह-जगह टूटकर कर बिखर गई है। इससे गुणवत्ता की पोल खुल गई है। सड़क निर्माण के दौरान जिस हिसाब से मिट्टी डालना चाहिए वह नहीं डाला गया। रोलर भी नहीं चलाया गया।
जैसे-तैसे कालीकरण कर दिया गया। सड़क निर्माण के दौरान क्षेत्र के लोग खुशी से समा नहीं रहे थे। लोग आजादी के बाद से कीचड़ से भरे सड़क पर चलने पर मजबूर थे। अनुमंडल और प्रखंड मुख्यालय आने में लोगों को बहुत परेशानी हो रही थी। सड़क बन जाने से लोगों की समस्या दूर हो गई। लेकिन, घटिया सड़क निर्माण होने से लोगों में काफी आक्रोश है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना कि निर्माणाधीन सड़क का टूटना चिंता का विषय है। निर्माण कार्य के दौरान इंजीनियर कभी देखने नहीं आते थे। यही कारण है कि ठीकेदार मनमाने ढंग से कार्य कर चले गए। स्थानीय ग्रामीणों की मांग इसकी जांच होनी चाहिए और दोषी के विरुद्ध कठोर करवाई ।आजादी के बाद भी लोग कच्ची सड़क पर चलने को विवश थे। इस सड़क के निर्माण होने लोगों की उम्मीद जगी। लेकिन, सड़क बनते ही टूटने लगी।