हजारीबाग :- जैन समाज का दशलक्षण महापर्व का आज आठवां दिन उत्तम त्याग धर्म के रूप में मनाया गया । दोनों दिगंबर जैन मंदिर में प्रातः श्री जी का अभिषेक , शांतिधारा , पूजन पाठ व उत्तम त्याग धर्म की पूजा की गई। तेरह दीप महामंडल विधान में भक्तगण ने काफी उमंग उत्साह के साथ पूजा किया।
पंडित जी शास्त्री ने उत्तम त्याग धर्म पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिनेंद्र भगवान ने कहा है जो जीव संपूर्ण पर द्रव्यों से मोह छोड़कर संसार , देह और भोगों से उदासीन रूप परिणाम रखता है उसके त्याग धर्म होता है।पंडित नयन जी ने कहा कि त्याग एक ऐसा धर्म है जिसे प्राप्त कर आत्मा आंकिचन अर्थात आकिंचन्य धर्म का धारी बन जाता है , पूर्ण ब्रह्मलिन होने लगता है , हो जाता है और सारभूत आत्मस्वभाव को प्राप्त कर लेता है। पंडित जी ने आज उत्तम त्याग दिन के दिन सिर्फ दिगंबर जैन सामान संस्कृत संस्थान सांगानेर में भी सभी को दान देने को कहा जहां छात्रावास में एक छात्र पर आने वाले वार्षिक एवं पंचवर्षीय व्यय के बारे में बताया।
संस्थान में सभी छात्रों को आवास भोजन शिक्षण आदि की निशुल्क सुविधा समाज के सहयोग से प्रदान की जाती है। सभी ने आज उत्तम त्याग के दिन दान दिया। दोपहर में तत्वार्थ सूत्र ग्रंथ का वाचन जो की जैनियों का सबसे बड़ा ग्रंथ है उसकी महिमा का वर्णन किया। संध्या में दोनों दिगंबर जैन मंदिर में
महाआरती ,जाप ,भक्तामर पाठ ,शास्त्र वाचन तथा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आचार्य श्री विद्यासागर ज्ञान पाठशाला के छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा हुआ। कार्यक्रम का संचालन रश्मि बोहरा ने किया। सभी शिक्षिका खुशबू बड़जात्या , अंजना छाबड़ा , निधि लुहाड़िया , निधि अजमेरा , शिल्पी छाबड़ा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। सभी शिक्षकों का सहयोग करने में सचिव निर्मला लुहाड़िया व मंजू बड़जात्या का बड़ा ही योगदान रहा। पाठशाला के सभी शिक्षिकाओं ने पाठशाला के बच्चों को बहुत ही सुंदर तरीके से प्रोग्राम का अभ्यास करवाया और मंच पर उतारा। जब मंच पर बच्चे अपनी प्रस्तुति दे रहे थे तो ऐसा लग रहा था कि सही में तारे जमीन पर उतर गए हैं। पाठशाला के इन सितारों को बहुत-बहुत बधाई दिगंबर जैन पंचायत के सभी भक्तगण से मिला। प्रभारी विजय लुहाड़िया ने बताया कि गुरुवार २८ सितंबर भाद्रपद शुक्ल,अनंत चतुर्दशी एवं भगवान 1008 वासुपूज्य स्वामी का मोक्ष कल्याणक एवं अनंत व्रत पूर्ण होगा।३० सितंबर को आश्विन कृष्ण एकम को क्षमावाणी पर्व के साथ यह महापर्व समाप्त हो जाएगा। दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष धीरेंद्र सेठी व महामंत्री पवन अजमेरा ने लोगों से अपील की दिगंबर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर में प्रचार प्रसार एवं विद्वानों को तैयार करने में भूमिका होती है एवं छात्रों के लिए निशुल्क सभी प्रकार के सुविधा दी जाती है के लिए दान देने को कहा। कल उत्तम आकिंचन्य धर्म पर पंडित जी का मंगल प्रवचन होगा।