साहिबगंज: राजमहल के गुदारा घाट मुख्य बाजार क्षेत्र से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां छत पर सो रहे परिवार के चार लोगों पर बुधवार (24 अप्रैल) को एसिड अटैक हुआ। चारों को बेहतर इलाज के हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जिसमें से उत्तरप्रदेश के रहने वाले मनीष कुमार ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। इस घटना की जांच के लिए एसआईटी भी गठित किया गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पुराने अनुमंडल अस्पताल के सामने बनी दुकान में चलने वालली हसीना होटल के मलिक हसीन बीवी (35), उनके भाई आलम शेख (26), बेटी शबनम खातुन (15) और मां गोलवानू वेबा (60) एक साथ छत पर सो रहे थे। बुधवार सुबह 2 आरोपियों के द्वारा एसिड फेंक देने से चारों झुलस गए। पीड़ित सदस्यों के अनुसार, घटना के बाद कुछ लोगों को उनलोगों ने सीढ़ी से भागते हुए देखा। इधर, चीखने-चिल्लाने की आवाज सुन आसपास के लोग नींद से जग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। आनन-फानन में चारों को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल लाया गया। घायलों का प्राथमिक इलाज के बाद गंभीर स्थिति में धनबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया।
एसपी कुमार गौरव ने बताया कि इस मामले के लिए सुलझाने के लिए एसडीपीओ विमलेश कुमार त्रिपाठी की अगुवाई में टास्क फोर्स का गठन किया गया था। पुलिस टीम ने पेशेवर तरीके से जांच करते हुए तकनीकी मदद से इस मामले में मुख्य आरोपी मनीष कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। मनीष यूपी का रहने वाला है। बीते कुछ महीने से राजमहल में रहकर काम कर रहा था। जिस परिवार के सदस्यों पर एसिड अटैक हुआ है, उसके एक बेटे से मनीष का पूर्व परिचय है। दिल्ली में दोनों की मुलाकात हुई थी। प्रारंभिक पूछताछ में उसने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। उसके पास से वारदात में इस्तेमाल हुए एसिड का कुछ मात्रा भी बरामद हुआ है। घटना की उसने जो वजह बताई है उसकी छानबीन चल रही है। छानबीन के बाद एसिड अटैक के पीछे के कारण से पर्दा उठ सकेगा। इस मामले में गिरफ्तार दो अन्य युवकों से भी पूछताछ चल रही है। इसके बाद ही साफ हो सकेगा कि इन दोनों की इस घटना में कोई भूमिका है या नहीं।