मदन साहु
सिसई (गुमला): रणजीत नारायण सिंह सरस्वती शिशु विद्या मंदिर कुदरा में संत रविदास जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय के सभी आचार्य/दीदी जी ने प्रधानाचार्य देवेन्द्र वर्मा के साथ दीप प्रज्जवलन तथा पुष्पार्चन कर कार्यक्रम की शुरुआत किए। भैया बहनों ने उत्साहपूर्वक रविदास साहित्य तथा जीवनी का उदाहरण दिया।
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इस मौके पर बोलते हुए जयंती प्रमुख मृत्यंजय कुमार मिश्र ने कहा कि संत रविदास , संत कबीर , संत तुलसीदास , गुरु नानक देव जी, सभी एक ही परंपरा के अनुयायी थे ‘भक्ति परंपरा’। इन्हें आत्मज्ञान प्राप्त हुआ और ‘ प्रेम ‘ इनकी रचनाओं का मूल बिंदु रहा। संत रविदास के बारे में कक्षा षष्ठम से भैया हर्ष , बहन दिव्या , बहन सृष्टि , कक्षा सप्तम से बहन कुमकुम व अन्य भैया बहनों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।
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