Corona Virus: कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन जेएन-1 अब तक 257 लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है और इसका असर 11 राज्यों तक हो चुका है। इसमें दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, तमिलनाडु, हरियाणा, पुडुचेरी, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, राजस्थान और कर्नाटक शामिल हैं। इससे स्वास्थ्य एजेंसियां एक बार फिर सक्रिय हो गई हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के नए स्ट्रेन की अब तक की संक्रामकता से यह संभावना दिखाई दे रही है कि यह कोविड-19 के पहले और दूसरे म्यूटेशन की तरह बहुत संक्रामक नहीं हो सकता है। फिर भी अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों पर इसका नकारात्मक असर दिखाई दे सकता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, इस समय (20 मई) तक देश में कोरोना के 257 सक्रिय मामले हैं। इसमें 164 मामले नए दर्ज किए गए हैं। मुंबई के किंग एडवर्ड मेमोरियल अस्पताल में दो लोगों की मौत भी हो चुकी है, हालांकि इन मौतों के पीछे अन्य कारण बताए गए हैं। मृतकों में 59 वर्षीय एक व्यक्ति कैंसर से पीड़ित था, जबकि दूसरी मृतक एक 14 वर्षीय किशोरी थी जिसको भी अन्य परेशानियां थीं।
इस समय सबसे ज्यादा कोरोना के मामले केरल में दर्ज किए गए हैं जहां सक्रिय मरीजों की संख्या 95 तक पहुंच चुकी है। दूसरे नंबर पर तमिलनाडु है जहां इस समय कुल 66 सक्रिय केस हैं। इसके बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है जहां कुल सक्रिय मरीज 56 है। गुजरात में कोरोना के सात मामले सक्रिय हैं। पुडुचेरी में इस समय 10 सक्रिय केस हैं। हरियाणा में भी कोरोना का एक नया मामला पाया गया है। देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के पांच मामले दर्ज किए गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर के अधिकारियों की बैठक में स्थिति के सभी पहलुओं पर विचार किया गया है। अब तक दर्ज किए गए सभी केस मध्यम कैटेगरी के हैं और गंभीर कैटेगरी में कोई मरीज दर्ज नहीं किया गया है। सरकार के अनुसार, स्थिति को देखते हुए जांच और निगरानी की सक्रियता बढ़ा दी गई है और चिंता करने वाली कोई बात नहीं है।