हैदराबाद: तेलंगाना से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। मेडचल-मलकजगिरी जिले के मेडिपल्ली थाना क्षेत्र स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज में मामूली विवाद ने एक प्रतिभाशाली छात्र की जान ले ली। सीनियर्स की दबंगई और बार-बार हुई बेइज्जती से तंग आकर द्वितीय वर्ष के छात्र ने आत्महत्या कर ली। मृतक छात्र की पहचान 22 वर्षीय जादव साई तेजा के रूप में हुई है, जो तेलंगाना के आदिलाबाद जिले के उटनूर का रहने वाला था।
वीडियो में किया बड़ा खुलासा
तेजा सिद्धार्थ इंजीनियरिंग कॉलेज में सेकेंड ईयर का छात्र था। हाल ही में उसे हॉस्टल के कमरे में फांसी पर लटका पाया गया। पुलिस को मौके से एक वीडियो मिला है, जिसे तेजा ने खुदकुशी करने से पहले रिकॉर्ड किया था। इसमें उसने साफ कहा कि कॉलेज के कुछ सीनियर्स उसे बार लेकर गए और जबरदस्ती शराब पिलाई। इसके बाद उससे 10,000 रुपये का बिल भी वसूला गया।
वीडियो में तेजा रोते हुए कहता नजर आया,
“मैं कॉलेज जा रहा था तभी 4-5 लोग आए और मुझे धमकाने लगे। वो लोग मुझे मारते भी हैं। मैं डरा हुआ हूं, वो फिर आएंगे और पैसे मांगेंगे। मैं क्या करूं?… मैं मर जाऊंगा, मुझे प्लीज बचा लो।”
परिवार का आरोप, पुलिस में शिकायत
वीडियो रिकॉर्ड करने के कुछ घंटे बाद ही तेजा ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पाकर उसके माता-पिता रातोंरात हैदराबाद पहुंचे और पुलिस से न्याय की मांग की। परिवार ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन ने समय रहते रैगिंग की घटनाओं पर ध्यान नहीं दिया, जिससे तेजा की जान चली गई।
पुलिस ने दर्ज किया केस, आठ छात्र नामजद
मेडिपल्ली पुलिस स्टेशन के सर्किल इंस्पेक्टर गोविंदा रेड्डी ने बताया कि तेजा की शिकायत और सबूतों के आधार पर आठ छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सभी पर उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है।
कॉलेज में छात्रों का आक्रोश
घटना के बाद कॉलेज परिसर और वारंगल-हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर छात्र संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने रैगिंग की घटनाओं पर रोक लगाने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
कॉलेज प्रबंधन का सफाईनामा
इस पूरे मामले पर कॉलेज प्रबंधन ने बयान जारी करते हुए कहा कि घटना में शामिल मुख्य आरोपी छात्र पिछले साल से कॉलेज में कक्षाओं में नहीं आ रहा था। हालांकि, प्रबंधन की इस सफाई से छात्र संगठनों और परिजनों का गुस्सा कम नहीं हुआ है।