Jharkhand Weather: झारखंड में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। सुबह और रात के समय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ठंडी हवाओं और गिरते तापमान के कारण आम जनजीवन पर खासा असर देखने को मिल रहा है। ठंड के बढ़ते प्रकोप से सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर देखा जा रहा है। अस्पतालों और क्लीनिकों में सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है। लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं, वहीं कई सामाजिक संगठनों द्वारा जरूरतमंदों के लिए अलाव की व्यवस्था भी की जा रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व दिशा से सर्द हवाएं चल रही हैं, जिससे पूरे झारखंड में तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। राजधानी रांची में लगातार तीसरे दिन न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया। रांची के कांके क्षेत्र में इस मौसम का अब तक का सबसे कम न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जबकि मैक्लुस्कीगंज में पारा 5 डिग्री तक गिर गया। राज्य के अन्य जिलों की बात करें तो गुमला में न्यूनतम तापमान 4.7 डिग्री, खूंटी में 5.7 डिग्री और लोहरदगा में 6.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। बोकारो में 8.1 डिग्री, चाईबासा में 9.4 डिग्री और सरायकेला में 9.0 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ।
मेदिनीनगर में तापमान 7.1 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि जामताड़ा, साहिबगंज और गोड्डा में न्यूनतम तापमान 10 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा। बीते 24 घंटे के दौरान राज्य का सबसे अधिकतम तापमान चाईबासा में 28.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार आने वाले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी होने की संभावना है, जिससे लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिल सकती है। दिन और रात दोनों के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी के संकेत हैं। हालांकि इस दौरान सुबह के समय हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा छाया रह सकता है, जबकि दिन में आसमान साफ रहने की संभावना है।
मौसम विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि 20 दिसंबर के बाद एक बार फिर ठंड का प्रकोप बढ़ सकता है।











