शुभम जायसवाल
श्री बंशीधर नगर (गढ़वा) :– रामलाल के जन्मोत्सव के बाद मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम के जयकारे से पूरा शहर गूंज उठा। एक ही नारा एक ही नाम जयश्रीराम.. जयश्रीराम तो रामजी की निकली सवारी रामजी की लीला है न्यारी.. जैसे गीतों से श्री बंशीधर नगर गुंजायमान हो उठा। रामनवमी उत्सव को लेकर श्री बंशीधर नगर में ऐतिहासिक शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें हजारों की संख्या में रामभक्त शामिल हुए। बुधवार की शाम 5 बजे लालाबागी गोसाईबाग से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजा अर्चना के बाद शोभायात्रा निकाली गई।

शोभायात्रा मुख्य मार्ग से चचेरिया,बस स्टैंड, अहिपुरवा मोड, हेन्हों मोड होते हुए भवनाथपुर मोड़ स्थित हनुमान मंदिर तक गया। वहां से पुनः उसी मार्ग से वापसी होकर बस स्टैंड पहुंचकर समाप्त हुई। इसके बाद सभी राम भक्त कार्यक्रम स्थल पहुंचे। शोभायात्रा में शामिल राम भक्तों ने एक ही स्वर में बोलते हुए एक ही नारा एक ही नाम जय श्रीराम जय श्रीराम के गूंज से पूरा अनुमंडल मुख्यालय भक्तिमय में लीन हो गया।

रामजी की निकली सवारी, राम जी की लीला है न्यारी गीत के साथ शहर में निकाली गई, राम दरबार की झांकी को देखने के लिए शहरवासी उमड़ पड़े।

इस अवसर पर विभिन्न संगठनों द्वारा सभी स्थानों पर भगवान श्रीराम की शोभायात्रा निकाली गई। श्री राम सेना के नेतृत्व में निकाले गए शोभा यात्रा में शामिल राम भक्तों ने तरसा तथा रिकॉर्डिंग भक्ति गीतों पर जमकर झूमे। वहीं पारंपारिक तरीके से लाठी चलाने का भी प्रदर्शन लोगों ने खूब लुत्फ उठाया। शोभा यात्रा में श्रीराम सेना,हिंदू सेना,भगवा दल,महावीर सेना,बजरंग दल सहित कई समितियां शामिल हुए।

शोभा यात्रा के दौरान भगवा ध्वज लहराते हुए युवाओं की टोली में काफी उत्साह देखा गया। माना जा रहा कि अयोध्या में प्रभु श्री राम के बाल रूप रामलाल के आगमन पर इस वर्ष का राम जन्मोत्सव जुलूस श्री बंशीधर नगर में ऐतिहासिक रहा। भगवान राम के जन्म उत्सव पर निकाली गई झांकी में रामजी के लीलाओं का अलग-अलग दृष्टांत प्रस्तुत किया गया था। झांकी में मुख्य आकर्षण का केंद्र राम दरबार था। जुलूस में शामिल राम भक्त जय श्री राम ,जय हनुमान का उद्घोष लगा रहे थे।

शोभायात्रा में शामिल राम भक्त पारंपरिक शस्त्रों के साथ उपस्थित थे। शोभायात्रा में श्रीराम सेना के नेतृत्व में आकर्षक झांकी प्रस्तुत की गई जिसमें शिव पार्वती ,राधा कृष्ण, श्री राम सीता, हनुमान व उनकी सेना का झांकी प्रस्तुत किया गया। रामनवमी को लेकर पूरा शहर राममय बना गया। श्री राम सेना की ओर से शहर के चारों ओर महावीरी पताका लगे होने से खूबसूरती बढ़ गई थी। पूरा शहर मानो भक्ति के रंग में रंगा नजर आ रहा था।
