गढ़वा : भारत सरकार द्वारा घोषित जीएसटी सुधार को लेकर छात्र नेता शुभम तिवारी ने जीएसटी परिषद ने एक दूरदर्शी और ऐतिहासिक कदम बताया है। उन्होंने कहा कि यह सुधार न केवल आम जनता और व्यापारियों को तत्काल राहत देगा बल्कि शिक्षा स्वास्थ्य अब रोजमरी की जरूरत चीजें किसानों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण स्वास्थ्य सेवाएं इलेक्ट्रॉनिक सामान सब कुछ पहले से कहीं ज्यादा सस्ता और सार्थक किया गया भारत की कर प्रणाली को सरल, निष्पक्ष और अधिक समावेशी बनाने की दिशा में निर्णायक क्षण है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक शुभम तिवारी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों की नोटबुक पेंसिल रबड़ आदि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में मेडिकल ऑक्सीजन डायग्नोस्टिक कीट पर जीएसटी शून्य किया गया है चार टैक्स स्लैब को घटाकर केवल दो (5% और 18%) करने से प्रणाली अधिक पारदर्शी और समझने में आसान होगी। रोज़मर्रा की वस्तुएँ जैसे पोषक दाने, रोटी-पराठा, पनीर, दवाइयाँ, टूथपेस्ट और शैम्पू पर टैक्स कम किए जाने से आम घरों का खर्च घटेगा। वहीं व्यक्तिगत जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा शिक्षा को पूर्णतः जीएसटी मुक्त कर देना समाज के अंतिम व्यक्ति तक बीमा उत्पादों को पहुँचाने की दिशा में सार्थक बड़ा कदम है।
विकास, चिकित्सा,शिक्षा, स्वास्थ्य और विजन स्थिरता के बीच संतुलन की बहुत बड़ी चुनौती : शुभम

