श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):– अनुमंडल मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में बुधवार को भाई के लंबी आयु की कामना का पर्व भाई दूज यानी गोवर्धन पूजा बड़े ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भाई-बहन के अटूट प्रेम को सूत्र में पिरोते इस त्यौहार को जितना उत्साह बहनों में दिखा उतने ही भाई भी उत्साहित दिखे। भाई के लंबी उम्र की कामना हर बहनों के मन व दिलों में सदियों से रही है। वही भाइयों ने अपनी बहनों को स्नेह स्वरूप उपहार दिए। बहनें अपने-अपने घरों में परंपरागत रूप से गायों की पूजा की। तथा पूरी आस्था के साथ यम व यमिनी के आकृति बनाकर गोधन कूटा गया।
इधर महिलाओं ने जीवन हॉस्पिटल के समीप एनएच 75 किनारे, हेंहो मोड़, स्टेट बैंक के समीप, जगत क्लॉनी, कुरकुट मुहल्ला,जंगीपुर सहित विभिन्न जगहों पर पूजा अर्चना की गई। पूजा के दौरान बहनों ने सर्वप्रथम हलजुवात से चना गड़ी व रंगीली कांटा को कुटा, तत्पश्चात बहनों ने चना गड़ी का प्रसाद भाइयों को खिलाया, और भाई के लंबी आयु के लिए रंगीली कांटा अपने जीभ में चुभाया। बहनों ने भाई दूज का पर्व मना कर पूजा के दौरान रुई से बनाई हुई माला को भाइयों के हाथों में पहनाया। इस दौरान पर्व से जुड़े पारंपरिक गीत भी गाई।
व्रती महिला मीना देवी ने बताया की यह पर्व दशकों पुराने रीति रिवाज के अनुसार चला आ रहा है। इसको लेकर पहले बहन अपने भाई को शापित करती है और अपने जीभ में कांटा चुभाती है। मान्यताओं के अनुसार शापित किए जाने से भाइयों की आयु लम्बी होती है। यहां उल्लेखनीय है कि दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा मनाए जाने की परंपरा चलता रहा है। इस पर्व को हिंदू समुदाय के लोग निष्ठा के साथ मनाते है। गोवर्धन पूजा के बारे में मान्यता है कि देवराज इंद्र का घमंड तोड़ने के लिए श्रीकृष्ण ने इंद्र की पूजा करने की वजह गोवर्धन पर्वत की पूजा की थी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब माता यमी ने यमराज के माथे पर तिलक लगाया था, तो यमराज ने प्रसन्न होकर यमी से कोई भी वरदान मांगने को कहाथा।
यह महिलाएं रही मौजूद..
मौके पर मीना देवी, मीना देवी, श्रृष्टि कुमारी, शिला देवी,रजनी कुमारी,रेशम कुमारी,लाली शर्मा,आशा देवी, मीना देवी, मांशी कुमारी सहित बड़ी संख्या महिलाएं मौजूद थी।