---Advertisement---

कल से स्मार्ट मीटर प्रीपेड होना शुरू, मुफ्त बिजली की जानकारी के लिए पढ़े पूरी “खबर”

On: September 15, 2024 5:07 AM
---Advertisement---

झारखंड वार्ता

रांची :- रांची में स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं को व्हाट्सऐप के माध्यम से बिल भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है. जिन उपभोक्ताओं की बिजली खपत 200 यूनिट से कम है, उनका बिल माफ कर दिया गया है. वहीं, जिनका बिल इससे कुछ अधिक है, तो उनके बिल को सिक्योरिटी मनी से एडजस्ट किया जा रहा है. पर कई उपभोक्ताओं का बिल ज्यादा होने की वजह से उनका बकाया दिखाया जा रहा है. जेबीवीएनएल की ओर से कहा गया है कि जिन उपभोक्ताओं का बकाया बिल है, वे उसका भुगतान कर दें. ताकि, प्रीपेड होने पर समस्या नहीं आयेगी. 16 सितंबर से स्मार्ट मीटर प्रीपेड होना शुरू हो जायेगा.

रिचार्ज नहीं कराने पर जायेगा संदेश

बताया गया कि 16 सितंबर के बाद से उपभोक्ताओं को पांच बार रिचार्ज के लिए संदेश भेजे जायेंगे. यदि फिर भी उपभोक्ता रिचार्ज नहीं कराते हैं, तो उन्हें वार्निंग दी जायेगी. इसके बाद भी रिचार्ज नहीं कराते हैं, तो उनकी बिजली काट दी जायेगी.

200 यूनिट से कम खपत होने पर रिचार्ज का बैलेंस रहेगा

कई उपभोक्ताओं ने पूछा है कि उनकी खपत 200 यूनिट से कम होती है, तो वे रिचार्ज क्यों करायें. इस पर जेबीवीएनएल ने कहा कि फिर भी रिचार्ज कराना होगा. एक बार रिचार्ज कराने पर यह बैलेंस अगले महीने भी रहेगा. अगले महीने उन्हें रिचार्ज कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी. पर जिनकी खपत 200 यूनिट से ज्यादा होती है, तो उन्हें हर महीने रिचार्ज कराना होगा.

समस्या आने पर चैट बोट पर संपर्क करें

स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर किसी तरह की समस्या आती है, तो जेबीवीएनएल के चैटबोट नंबर 9431135503 पर संपर्क किया जा सकता है. यह एक ऑटो जेनरेटेड सॉफ्टवेयर के माध्यम से काम करता है.

कॉल सेंटर पर भी किया जा सकता है संपर्क

जेबीवीएनएल के कॉल सेंटर नंबर 1912 पर भी संपर्क किया जा सकता है. इस नंबर पर वैसे उपभोक्ता जिनका मीटर मोबाइल नंबर से नहीं जुड़ा है, वे भी संपर्क कर जोड़ सकते हैं.

Shubham Jaiswal

“मैं शुभम जायसवाल, बीते आठ वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने विभिन्न प्रतिष्ठित अखबारों और समाचार चैनलों में प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले पाँच वर्षों से मैं साप्ताहिक अखबार ‘झारखंड वार्ता’ से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ। पत्रकारिता मेरे लिए केवल पेशा नहीं बल्कि समाज और जनता के प्रति एक जिम्मेदारी है, जहाँ मेरी कलम हमेशा सच और न्याय के पक्ष में चलती है।

Join WhatsApp

Join Now