Maha Kumbh 2025: महाकुंभ मेला परिसर में एक शिविर में समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की मूर्ति को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है। इस मूर्ति पर कई हिंदू संतों ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने योगी सरकार से इसे हटाने की मांग की है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद समेत कई संतों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि हिंदुओं की आस्था के पर्व में हिंदू विरोधी नेता की मूर्ति लगाना हिंदुओं का अपमान है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने मूर्ति लगाए जाने की कड़ी निंदा की है। वहीं जूना अखाड़े ने इस बयान का समर्थन किया है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा, मुलायम सिंह की प्रतिमा हमें यह दिखाने के लिए लगाई गई है कि उन्होंने हमें पिटवाया, हमें लहूलुहान कर रखा है। हमें मुलायम सिंह से कोई विरोध नहीं है, वह हमारे मुख्यमंत्री रहे हैं। लेकिन इस समय प्रतिमा लगाकर सपा वाले हमें क्या संदेश देना चाहते हैं। सभी जानते हैं कि उनका राम मंदिर में क्या योगदान रहा है। वह हमेशा हिंदू विरोधी, सनातन विरोधी रहे और मुसलमानों के पक्षधर रहे हैं।
उन्नाव से बीजेपी सांसद और निर्मल अखाड़े के महामंडलेश्वर साक्षी महाराज ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि राम भक्तों की आस्था के मेले में राम मंदिर के लिए संघर्ष करने वालों पर गोलियां चलवाने वाले की मूर्ति लगाना पूरी तरह से गलत है।
सपा कार्यकर्ताओं का दावा है कि मुलायम सिंह यादव ने दलितों-पिछड़ों और गरीबों के लिए जो कुछ किया, वह उन्हें भगवान की श्रेणी में खड़ा करता है।