Stock Market: घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को जबरदस्त बिकवाली देखने को मिली। निवेशकों की धारणा अमेरिका के फैसले से गड़बड़ा गई, जिसके चलते सेंसेक्स 600 अंक लुढ़ककर 81,074 अंकों पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी भी फिसलकर 24,600 के स्तर से नीचे आ गया।
क्या है वजह?
अमेरिका ने भारतीय वस्तुओं पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। यह कदम भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद बढ़ाने के जवाब में उठाया गया है। अब भारतीय आयात पर कुल टैरिफ का बोझ बढ़कर 50% हो गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम कई भारतीय उद्योगों पर लंबे समय तक दबाव डाल सकता है।
कौन से सेक्टर होंगे प्रभावित?
कपड़ा उद्योग: अमेरिकी बाजार भारत के कपड़ा निर्यात का बड़ा हिस्सा खाता है। बढ़ा हुआ शुल्क भारतीय निर्यातकों की प्रतिस्पर्धा घटा सकता है।
रत्न और आभूषण: पहले से ही वैश्विक मांग कमजोर है, अब महंगे टैरिफ से इस सेक्टर को और नुकसान होगा।
समुद्री भोजन: अमेरिका भारतीय सीफूड का सबसे बड़ा खरीदार है। अतिरिक्त टैरिफ से निर्यातक मार्जिन पर गहरी चोट पड़ेगी।
रसायन व ऑटो कलपुर्जे: अमेरिकी आयात महंगा होने से इन क्षेत्रों में भी गिरावट की आशंका है।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि इस घोषणा ने निवेशकों में अचानक बिकवाली को जन्म दिया। विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) लगातार भारतीय बाजार से पैसे निकाल रहे हैं। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) भी सावधानी बरतते दिख रहे हैं।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एक विशेषज्ञ ने कहा, “अमेरिका के इस कदम से भारतीय निर्यात सेक्टर पर दीर्घकालिक दबाव बढ़ेगा। फिलहाल बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी और निफ्टी 24,400 तक नीचे जा सकता है।”
सरकार अब कूटनीतिक स्तर पर अमेरिका से बातचीत करने की तैयारी कर रही है। व्यापार मंत्रालय ने संकेत दिया है कि भारतीय निर्यातकों को राहत देने के लिए पैकेज की संभावना पर विचार किया जा रहा है।
अमेरिकी टैरिफ से दहला शेयर बाजार, सेंसेक्स 600 अंक टूटा, निफ्टी 24,600 से नीचे

