हजारीबाग: हजारीबाग पुलिस ने संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी और निर्णायक कार्रवाई करते हुए कुख्यात पांडेय गिरोह से जुड़े सात सक्रिय अपराधियों को धर दबोचा है। इस कार्रवाई से जिले में किसी बड़ी आपराधिक वारदात की आशंका को समय रहते टाल दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन को गुप्त सूचना मिली थी कि पांडेय गिरोह के कुछ सदस्य किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में जुटे हैं। सूचना को गंभीरता से लेते हुए एसपी के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया और त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी की गई। इसी दौरान सातों अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार किए गए अपराधियों की पहचान आलोक राज, सूरज सिंह, लक्ष्मण पासवान, सौरभ कुमार, राहुल कुमार, विजय कुमार और पप्पू पांडे के रूप में हुई है। पुलिस ने जब इनकी तलाशी ली तो उनके पास से एक देसी कट्टा, एक देसी पिस्टल, चार जिंदा कारतूस और सात मोबाइल फोन बरामद किए गए।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे लंबे समय से पांडेय गिरोह के लिए काम कर रहे थे। उन्होंने कबूल किया कि अलग-अलग थाना क्षेत्रों में रंगदारी मांगना, लोगों को धमकाना, दहशत फैलाना और भय का माहौल बनाना उनकी मुख्य गतिविधियां थीं। पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां भी सामने आई हैं, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार सभी आरोपी गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं और इनके खिलाफ पहले से ही विभिन्न थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें रंगदारी, अवैध हथियार रखने, धमकी देने और आपराधिक साजिश जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी से पांडेय गिरोह की कमर तोड़ने में मदद मिलेगी और जिले में कानून-व्यवस्था को मजबूत किया जा सकेगा। साथ ही, अन्य फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए भी लगातार छापेमारी की जा रही है।
हजारीबाग पुलिस ने स्पष्ट किया है कि संगठित अपराध और अपराधियों के खिलाफ आगे भी इसी तरह सख्त कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि आम जनता खुद को सुरक्षित महसूस कर सके और जिले में अपराध पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सके।
हजारीबाग में संगठित अपराध पर करारा प्रहार, पांडेय गिरोह के 7 अपराधी गिरफ्तार; हथियार बरामद














