Bondi Beach Shooting: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित प्रसिद्ध बॉन्डी बीच पर 14 दिसंबर 2025 की शाम उस वक्त दहशत फैल गई, जब यहूदी समुदाय के हनुक्का त्योहार के आयोजन के दौरान अंधाधुंध गोलीबारी की गई। यह हमला “हनुक्का बाय द सी” नामक सामुदायिक कार्यक्रम के दौरान हुआ, जिसमें सैकड़ों परिवार और बच्चे मौजूद थे। हनुक्का का यह पावन पर्व इस वर्ष 14 दिसंबर की शाम से शुरू होकर 22 दिसंबर तक चलेगा। पहले ही दिन हुए इस हमले ने पूरे ऑस्ट्रेलिया को झकझोर कर रख दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, काले कपड़े पहने दो हथियारबंद हमलावर अचानक पुल या आसपास के इलाके से कार्यक्रम स्थल की ओर फायरिंग करने लगे। अचानक गोलियों की आवाज सुनते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, कई परिवार बच्चों को गोद में उठाकर सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़ते नजर आए। न्यू साउथ वेल्स पुलिस के अनुसार, इस भयावह हमले में कुल 10 लोगों की मौत हुई है, जिनमें एक हमलावर भी शामिल है। कई अन्य लोगों के घायल होने की भी सूचना है।
इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने सबका ध्यान खींचा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक निहत्था व्यक्ति पहले खड़ी कारों की आड़ में छिपा रहता है। सही मौका मिलते ही वह अचानक हमलावर की ओर दौड़ता है, उसकी गर्दन पकड़ता है और उसकी राइफल छीन लेता है। हमलावर जमीन पर गिर पड़ता है। इसके बाद साहसी व्यक्ति उसी राइफल को हमलावर की ओर तान देता है और कई राउंड फायर करता है। गोली लगने से हमलावर घायल हो जाता है, लेकिन इसके बावजूद वह भागने की कोशिश करता है। इसके बाद बहादुर व्यक्ति हथियार को पास ही एक पेड़ की आड़ में रख देता है। वीडियो में आगे देखा जा सकता है कि अन्य लोग मिलकर घायल हमलावर को पत्थर मारकर वहां से खदेड़ते हैं। इस बहादुर व्यक्ति की बहादुरी की सोशल मीडिया पर जमकर सराहना हो रही है। कई यूजर्स का कहना है कि अगर वह व्यक्ति समय पर हस्तक्षेप नहीं करता, तो मरने वालों की संख्या और भी ज्यादा हो सकती थी।
फिलहाल न्यू साउथ वेल्स पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। हमले के पीछे की मंशा, हमलावरों की पहचान और उनके किसी संगठन से जुड़े होने की जांच की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। यह घटना न सिर्फ ऑस्ट्रेलिया बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर चेतावनी है, वहीं इस मुश्किल घड़ी में सामने आई इंसानी बहादुरी ने मानवता पर भरोसा भी कायम रखा है।













