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सिसई में टीबी जागरूकता अभियान का शुभारंभ

On: December 7, 2024 3:10 PM
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मदन साहु

सिसई (गुमला): रेफरल अस्पताल सिसई में 100 दिवसीय टीबी जागरूकता अभियान का भव्य शुभारंभ हुआ। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. ललिता कुमारी मिंज ने फीता काटकर इस अभियान की शुरुआत की। कार्यक्रम में डॉक्टर सायमा अफरीन, आयुष चिकित्सक डॉ. नाजिया परवीन, प्रधान लिपिक जीत वाहन उरांव, सीनियर एएनएम रुक्मणी कुमारी, वरीय चिकित्सा पर्यवेक्षक शिवनारायण सिंह, बीडीएम जयकांत उरांव और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बड़ी संख्या में सहिया कार्यकर्ता व ग्रामीण उपस्थित रहे।

अभियान का उद्देश्य: टीबी मुक्त पंचायत


अभियान का मुख्य उद्देश्य सिसई प्रखंड को टीबी मुक्त पंचायत बनाना है। इसके तहत घर-घर सर्वे किया जाएगा, जिसमें सहिया दीदियों और स्वास्थ्य टीम की अहम भूमिका होगी। 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों और टीबी के लक्षण वाले मरीजों की पहचान कर रेफरल अस्पताल में निशुल्क जांच की जाएगी। टीबी के पुष्ट मरीजों को छह महीने तक निशुल्क दवा के साथ ₹1000 मासिक सहायता राशि दी जाएगी। इसके अलावा, रोगी को एक बार ₹750 की अतिरिक्त सहायता भी प्रदान की जाएगी।


टीबी के लक्षण और सतर्कता

टीबी की रोकथाम के लिए समुदाय को इसके लक्षणों की पहचान और त्वरित जांच के लिए प्रेरित किया जा रहा है। टीबी के प्रमुख लक्षण हैं:

• लगातार खांसी और खखार में खून आना

• वजन में कमी

• रात में पसीना आना

• शरीर के किसी हिस्से में गांठ बनना

• भूख न लगना और थकावट महसूस होना


डॉ. मिंज ने बताया कि टीबी एक संक्रामक रोग है, लेकिन इसका इलाज पूरी तरह संभव है। अगर समय रहते मरीज जांच और उपचार कराएं तो यह बीमारी जड़ से खत्म की जा सकती है।

जागरूकता और सामुदायिक भागीदारी पर जोर

कार्यक्रम में स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि जागरूकता ही इस अभियान की सफलता की कुंजी है। सहिया कार्यकर्ता घर-घर जाकर संभावित मरीजों की पहचान करेंगी और जांच कराने के लिए प्रेरित करेंगी। इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं और आसपास के मरीजों को अस्पताल लाने में मदद करें।

टीबी मुक्त समाज की दिशा में कदम

स्वास्थ्य विभाग ने इस अभियान के माध्यम से टीबी के खिलाफ एक सशक्त लड़ाई का आगाज किया है। सीनियर एएनएम रुक्मणी कुमारी ने कहा कि अगर ग्रामीण जागरूक होकर अपनी भूमिका निभाएं, तो टीबी को जड़ से मिटाया जा सकता है। यह अभियान स्वस्थ और समृद्ध समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

कार्यक्रम के अंत में उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों और ग्रामीणों ने इस संकल्प के साथ अभियान की शुरुआत की कि सिसई प्रखंड को जल्द से जल्द टीबी मुक्त बनाया जाएगा।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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