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सरायकेला: भू माफियाओं का आतंक, धड़ल्ले से कब्जा रहे हैं रैयती जमीन, प्रशासन मौन, लोग खौफ में

On: October 21, 2025 10:40 PM
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सरायकेला :आदित्यपुर थाना अंतर्गत सातबहनी जमालपुर में पिछले कुछ महीनो से भू माफियाओं का आतंक कायम है लोग खौफ से कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। सातबहनी जमालपुर में रैयती जमीनों का भू माफियाओं द्वारा कब्जा किया जा रहा है । भू माफियाओं की नजर उन जमीनों पर है। जिसके जमीन मालिक किसी कारण वश मकान नहीं बनाये हैं ।वैसी जमीन को कुछ माफियाओं द्वारा कब्जा कर बेचा जा रहा है और असली जमीन मालिकों के विरोध करने पर उन्हें मारपीट कर भगा दिया जाता है। मजबूरन जमीन मालिक को भू माफियाओं को जमीन हवाले करना पड़ता है।

बताया जा रहा है कि ऐसे ही हाल ही में एक नया मामला आदित्यपुर थाना में जमीन विवाद का आया है। उन्हें भी माफियाओं के द्वारा धमकी मिली है। पीड़ित संतोष कुमार पिता स्व विशेश्वर ठाकुर आदित्यपुर निवासी है।उनकी जमीन सातबहनी जमालपुर में है। उनका दावा है कि उनकी जमीन करीबन 25 साल पूर्व खरीदी थीं जिसमें म्यूटेशन और जरूरी दस्तावेज सब कुछ ओके है ।

दूसरी ओर अभिमन्यु सिंह का दावा है कि उन्होंने करीब 3 साल पहले उक्त जमीन किसी रोहित चौधरी से खरीदी थी लेकिन यहां तो साफ पता चलता है कि संतोष कुमार के पिता ने रोहित चौधरी के चाचा से करीब 25 साल पहले इस जमीन को खरीदी और रोहित चौधरी उसी जमीन को भू माफियाओं के साथ अभिमन्यु सिंह को बेच दिया है।अब अभिमन्यु सिंह दबंगों और असमाजिक तत्वों के साथ मिलकर जबरन खाली कराने का प्रयास कर रहा है। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है

संतोष कुमार का कहना है कि वाजिब बात तो यह है कि इन माफियाओं को शरण कौन दे रहा है किसके बल पर यह कार्य कर रहे हैं और इनके पीछे कितने लोग शामिल है,और कौन है यह रोहित चौधरी और कौन है यह अभिमन्यु जो अपने आप को बाहुबली बताते है हल्की उनका व्यवसाय बालू ईट और गिट्टी का एक वन विभाग में दुकान खोल कर चलाते हैं और लेकिन अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आदित्यपुर थाना और ग़म्हरिया ब्लाक सीओ क्या उचित कार्रवाई करती है।कहीं भू माफियाओं से यह लोग भी ना मिले हो !खैर इन्हें न्याय मिलेगा या बाकी की तरह यह भी अपनी जमीन गवा देंगे।
हालांकि संतोष कुमार अपनी प्रतिक्रिया आदित्यपुर थाना में देते हुए कहे हैं कि किसी भी माफिया से उन्हें डर नहीं है और सरकार और थाना पर पूरा भरोसा है हालांकि दोनों पक्षों से आवेदन दे दिया गया है।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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