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मंईंया सम्मान योजना के लाभुक और उधार देने वाले दुकानदार,कर रहे हैं रकम आने का इंतजार! जानें कब आएगी

On: February 10, 2025 2:55 PM
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रिपोर्ट सतीश सिन्हा

जमशेदपुर :झारखंड सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना कथित रूप से जिसकी बदौलत झारखंड में फिर से एक बार हेमंत सरकार आई। जिसके लाभुक एक ओर छठी किस्त के आने का इंतजार कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर कुछ दुकानदार भी लाभुकों को पैसे मिलने का इंतजार कर रहे हैं। इसका वजह है बताया जा रहा है कि लाभुकों ने मंईयां सम्मान योजना का पैसा आने का नाम लेकर कई दुकानदारों से उधार में सामान ले लिया है। जिसके कारण लाभुक और दुकानदार दोनों मंईंयां सम्मान योजना की छठी किस्त आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

इसी बीच खबर आ रही है कि छठी किस्त के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है. पहले 28 जनवरी से ही पैसा भेजने की तैयारी थी लेकिन अब आधार सत्यापन के वजह से किस्त भेजने में देरी हो रही है.

सूत्रों की मानें तो अभी 20 लाख से अधिक लाभुक का सत्यापन होना बाकी है. जिसे लेकर पेंच फस रहा है. विभाग की ओर से कोशिश की जा रही है कि जल्द ही सभी लाभुकों का सत्यापन हो जाए जिससे सभी के खाते में पैसे सीधे भेज दिया जाए.

लेकिन इस योजना में लाभुक की संख्या 56 लाख से अधिक है. ऐसे में सत्यापन में देरी हो रही है.

विशेष कैम्प भी आयोजित किया जा रहा है जिससे योजना के लाभुक का सत्यापन जल्द किया जा सके. अगर देखें तो मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर सीएम सख्त है. सभी को आदेश दिया है कि जल्द ही इस योजना में आ रही त्रुटि को दूर कर पैसा भेजने का कार्य शुरू किया जाए. जिससे बेटी बहन मायूस ना हो, लेकिन जो प्रक्रिया है उसमें बाधा आ रही है. ऐसे में बिना सत्यापन के राशि भेजने के लिए हेमंत सोरेन कैबिनेट से प्रस्ताव भी ला सकते है. जिससे जल्द से जल्द पैसा पहुंच सके.

बता दें कि मंईयां योजना में बड़े पैमाने पर घपले हुए है. बिहार, बंगाल के लाभुक फर्जी तरीके से योजना का फायदा उठा रहे है. जिसे देखते हुए पैसा रोक कर सभी के सत्यापन का आदेश दिया गया है. जिससे फर्जीवाड़े में शामिल लोगों पर कार्रवाई की जा सके. पहले बोकारो से फर्जीवाड़ा खुलासा हुआ उसके बाद रांची हजारीबाग और पलामू में भी बड़ा खेल सामने आया है. जिसे देखते हुए अब विभाग सख्त है.

सूत्रों की मानें तो फरवरी के आखिरी सप्ताह से पैसा भेजने की शुरुआत की जा सकती है. बचे हुए दिनों में सत्यापन पर जोर दिया जा रहा है. सभी अधिकारी दिन रात कर मंईयां योजना को लेकर काम कर रहे है. अब उम्मीद है कि बेटी बहन को आखिरी सप्ताह में पैसा पहुंचेगा इसके बाद फिर सातवीं किस्त अपने समय से जानी शुरू हो जाएगी.

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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