संवाददाता ꫰ रामप्रवेश गुप्ता
महुआड़ांड: बरसात में भी नहर में पानी नहीं, किस उद्देश्य की पूर्ति के लिए बना ये नहर हालांकि नहर का निर्माण खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए किया जाता है। लेकिन महुआडांड़ प्रखंड अंतर्गत अंबवाटोली पंचायत में एक नहर ऐसा भी है जहां बरसात में खेतों में पानी तो आ जाता है, लेकिन बगल से गुजर रहे नहर में बरसात में भी पानी नही आता। इस नहर का निर्माण किस उद्देश्य की पूर्ति के लिए किया गया है, इसका जवाब भी देने वाला कोई नहीं है।


इस नहर को देखने से आपको भी यही लगेगा की गलत योजना और डीपीआर के जरिए अफसरों ने सरकारी करोड़ों रुपए फूंक डाले हैं। कार्मल हॉस्पिटल महुआड़ांड के समीप लघु सिंचाई विभाग के द्वारा करोड़ों की लागत से खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए नहर का निर्माण कराया गया। नहर का निर्माण कार्य 1 वर्ष में पूरा कर लेना था लेकिन संवेदक पर इसे पूरा करने में 4 से 5 वर्ष लगे। जिसके बाद पहली ही बरसात में यह नहर कई जगह से टूटने लगा। इससे आप इस नहर की गुणवत्ता का अंदाजा लगा सकते हैं। इस नहर के बनने से किसानों में खुशी थी कि अब सभी मौसम में वह कृषि कर पाएंगे लेकिन बरसात में भी नहर में पानी नहीं आने से किसान भी यह समझ चुके हैं कि यह सिर्फ योजना के नाम पर छलावा था। वही इस नहर पथ पर बने कल्वर्ट के टूट जाने से आवागमन भी बाधित हो गया है।












