गढ़वा: नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि दुर्गा पूजा महोत्सव के उपरांत मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम गढ़वा नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत रामबांध तालाब में शांति, श्रद्धा और सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। उन्होंने कहा कि नगर परिषद गढ़वा ने विसर्जन से पूर्व तालाब की 75 प्रतिशत जलकुंभी सफाई पूरी कर ली थी, जिससे मूर्ति विसर्जन में कोई बाधा नहीं आई।
सुशील कुमार ने बताया कि हिंदू पंचांग और सनातन परंपराओं के अनुसार, दुर्गा पूजा के उपरांत 5 दिवसीय ‘पचक’ में गढ़देवी माँ की मूर्ति का मेढ़ शरद पूर्णिमा के दिन निकाला जाता है। यह कार्य पूरी धार्मिक विधि-विधान और मर्यादा के साथ सम्पन्न हुआ।
मूर्ति विसर्जन के दौरान नगर परिषद ने दो दिन तक जनरेटर, वेपर लाइट, निगरानी मंच, और सफाई की व्यवस्था की। निरीक्षण के दौरान शेष 25 प्रतिशत जलकुंभी की सफाई का आदेश तुरंत संवेदक और कर्मियों को दिया गया। नगर परिषद के सफाई प्रभारी रामानुज प्रसाद को विसर्जन का अवशेष साफ करने के निर्देश दिए गए।
इसके अलावा, सुशील कुमार ने जानकारी दी कि रामबांध तालाब को आगामी पांच वर्षों के लिए मछली पालन हेतु संवेदक को आवंटित किया जा चुका है। मछली पालन की दिशा में कार्य प्रगति पर है। साथ ही, शहरवासियों के लिए बोटिंग सेवा भी जल्द शुरू होने वाली है, इसके लिए बोट की खरीदारी की गई है और टिकट प्रणाली के तहत सेवा प्रारंभ होगी।
निरीक्षण के दौरान नगर परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष प्रतिनिधि संतोष केसरी और जलकुंभी सफाई करने वाले संवेदक नीलू खान भी उपस्थित थे।
गढ़वा: मछली पालन और बोटिंग से बदलेगा रामबांध तालाब का स्वरूप, नगर परिषद ने बनाई ये योजना














