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झारखंड में निकाय चुनाव पर संकट! 22 मार्च को खत्म होगा चुनाव आयुक्त का कार्यकाल, फिर बढ़ेगी अनिश्चितता

On: March 18, 2025 8:50 AM
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झारखंड वार्ता न्यूज

रांची। झारखंड में नगर निकाय चुनाव की राह एक बार फिर कठिन होती दिख रही है। राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. डी.के. तिवारी का कार्यकाल 22 मार्च को समाप्त हो रहा है, और चुनाव प्रक्रिया अभी अधूरी है। ऐसे में चुनावों के और टलने की आशंका बढ़ गई है।

राज्य में पिछले पांच वर्षों से नगर निकाय चुनाव लंबित है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार, ओबीसी आरक्षण को लेकर ट्रिपल टेस्ट प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही चुनाव कराए जा सकते हैं। हालांकि, अब तक सभी जिलों में यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है, जिससे चुनाव कार्यक्रम पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

चुनाव की राह में प्रशासनिक अड़चनें

राज्य में नगर निकाय चुनाव कराने के लिए कई प्रशासनिक प्रक्रियाएं आवश्यक होती हैं, जिसमें आरक्षण निर्धारण, मतदाता सूची का पुनरीक्षण और चुनाव अधिसूचना जारी करना शामिल है। लेकिन वर्तमान स्थिति में यह स्पष्ट नहीं है कि इन प्रक्रियाओं को कब तक पूरा किया जाएगा।

क्या होगा आगे?

चुनाव आयोग में नए निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति होने तक निकाय चुनाव की दिशा तय नहीं हो पाएगी। जानकारों का मानना है कि यदि राज्य सरकार इस नियुक्ति में देर करती है, तो चुनाव प्रक्रिया लंबी खिंच सकती है, जिससे नगर निकायों में विकास कार्य भी प्रभावित हो सकते हैं।

अब सभी की निगाहें सरकार के अगले कदम पर टिकी हैं कि क्या समय रहते चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी या एक बार फिर नगर निकाय चुनाव को लंबा इंतजार करना पड़ेगा।

Shubham Jaiswal

“मैं शुभम जायसवाल, बीते आठ वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने विभिन्न प्रतिष्ठित अखबारों और समाचार चैनलों में प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले पाँच वर्षों से मैं साप्ताहिक अखबार ‘झारखंड वार्ता’ से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ। पत्रकारिता मेरे लिए केवल पेशा नहीं बल्कि समाज और जनता के प्रति एक जिम्मेदारी है, जहाँ मेरी कलम हमेशा सच और न्याय के पक्ष में चलती है।

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