झारखंड में निकाय चुनाव पर संकट! 22 मार्च को खत्म होगा चुनाव आयुक्त का कार्यकाल, फिर बढ़ेगी अनिश्चितता
रांची। झारखंड में नगर निकाय चुनाव की राह एक बार फिर कठिन होती दिख रही है। राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. डी.के. तिवारी का कार्यकाल 22 मार्च को समाप्त हो रहा है, और चुनाव प्रक्रिया अभी अधूरी है। ऐसे में चुनावों के और टलने की आशंका बढ़ गई है।
राज्य में नगर निकाय चुनाव कराने के लिए कई प्रशासनिक प्रक्रियाएं आवश्यक होती हैं, जिसमें आरक्षण निर्धारण, मतदाता सूची का पुनरीक्षण और चुनाव अधिसूचना जारी करना शामिल है। लेकिन वर्तमान स्थिति में यह स्पष्ट नहीं है कि इन प्रक्रियाओं को कब तक पूरा किया जाएगा।
चुनाव आयोग में नए निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति होने तक निकाय चुनाव की दिशा तय नहीं हो पाएगी। जानकारों का मानना है कि यदि राज्य सरकार इस नियुक्ति में देर करती है, तो चुनाव प्रक्रिया लंबी खिंच सकती है, जिससे नगर निकायों में विकास कार्य भी प्रभावित हो सकते हैं।
- Advertisement -