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बाबा टांगीनाथ धाम: अक्षय त्रिशूल के खंडित अवशेष की होगी धाम वापसी, विधिवत पूजा कर किया जायेगा स्थापित

On: June 9, 2024 3:26 AM
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महुआडांड़ (लातेहार): काफी अथक प्रयास के बाद आखिरकार वो शुभ घड़ी आखिरकार आ ही गई। बाबा टांगीनाथ धाम के धरोहर अक्षय त्रिशूल के खंडित अवशेष का पता चलने के बाद टांगीनाथ विकास समिती के उपाध्यक्ष संजय कुमार साहू के नेतृत्व में बाबा टांगीनाथ धाम विकास समिति एवं बाबा के भक्त आगामी 10 जून 2024 दिन सोमवार को बाबा टांगीनाथ धाम के धरोहर अक्षय त्रिशूल के खंडित अवशेष को धाम वापसी लाने के लिए छत्तीसगढ रवाना होंगे।

इसकी जानकारी देते हुए विकास समिति के उपाध्यक्ष संजय साहु ने बताया कि कई दशकों पूर्व टांगीनाथ धाम स्थल में खुले जगह में स्थित अक्षय त्रिशूल के एक खंडित भाग को किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा बिना किसी की अनुमति के छत्तीसगढ़ के सन्ना तहसील अंतर्गत डकईपाठ के भट्ठा गांव में एक पेड़ के नीचे रख दिया गया है। जिसकी खोजबीन समय समय पर वर्षों से बैगा पहान एवं समिति के द्वारा की जा रही थी। लेकिन लगभग एक वर्ष पूर्व इसकी सूचना बाबा टांगीनाथ धाम विकास समिति को मिली। तब से समिति के लोगों एवं ग्रामीणों के द्वारा छत्तीसगढ़ के उक्त स्थल तक जाकर उनकी पूजा अर्चना करते हुए बाबा टांगीनाथ धाम की धरोहर त्रिशूल के खंडित भाग को उनके मूल स्थान में लाकर स्थापित करने हेतु पहल की गई और लगातार इस संबंध में छत्तीसगढ़ के भट्ठा ग्राम के लोगों से बैठक कर इस विषय में चर्चा कर त्रिशूल के खंडित अवशेष को उनके मूल स्थान में स्थापित करने की सहमति बनाई गई।

आगे संजय साहु ने कहा की वहां के ग्रामीणों एवं भक्तों से इस बात पर सहमति बनाई गई की त्रिशूल के खंडित भाग को भट्ठा गांव से टांगीनाथ ले जाने के एवज में छत्तीसगढ़ के भट्ठा गांव के उक्त स्थल में भट्ठा ग्राम के आम नागरिक एवं बाबा टांगीनाथ धाम विकास समिति सहयोग से एक मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। आगे कहा उक्त खंडित त्रिशूल को सम्मान पूर्वक विधि विधान से अपने धाम में लाकर स्थापित करने हेतु 10 जून सोमवार की तिथि निर्धारित की गई है। साथ ही उसी तिथि को उक्त स्थल में मंदिर निर्माण हेतु भूमि पूजन का शुभ कार्य भी किया जाएगा। वहीं उन्होंने सभी आम भक्तों से बढ़ चढ़कर इस महानुष्ठान में भाग लेने और समिति द्वारा निर्धारित कार्यक्रमों में तन मन व धन से सहयोग करने की अपील की है। साथ ही श्रद्धालुओं से यह भी अपील की है की टांगीनाथ धाम के और भी धरोहरों को जिन्हें कई भक्त अपने श्रद्धा भाव की भावना में बहकर कहीं भी ले गए हैं वे कृप्या इसकी सूचना समिति को दें ताकि सम्मान पूर्वक बाबा टांगीनाथ धाम की धरोहरों को उनके मूल स्थान में विधि विधान के साथ स्थापित किया जा सके।

चार प्रखंड के बाबा के भक्त अक्षय त्रिशूल के खंडित अवशेष को लाने जायेंगे छत्तीसगढ़

आगामी 10 जून 2024 दिन सोमवार को बाबा टांगीनाथ धाम के अमूल्य धरोहर अक्षय त्रिशूल के खंडित अवशेष को आसपास के अंतर जिला स्थित चार प्रखंड गुमला जिला के डुमरी, जारी व चैनपुर तथा लातेहार जिले के महुआडांड प्रखण्ड के बाबा के भक्त सैंकड़ो की संख्या में छत्तीसगढ लाने जायेंगे। जिसका संयुक्त नेतृत्व टांगीनाथ विकास समिती के उपाध्यक्ष संजय कुमार साहू, बाबा टांगीनाथ धाम के प्रधान पुजारी रामकृपाल बैगा, जारी प्रखंड के विश्व हिन्दू परिषद के प्रखंड मंत्री सकलदीप नाथ शाह देव करेंगे। टांगीनाथ विकास समिती के उपाध्यक्ष संजय कुमार साहू ने सभी आम भक्तों से बढ़ चढ़कर इस महानुष्ठान में भाग लेने का आह्वान किया है।

Satyam Jaiswal

सत्यम जायसवाल एक भारतीय पत्रकार हैं, जो झारखंड राज्य के रांची शहर में स्थित "झारखंड वार्ता" नामक मीडिया कंपनी के मालिक हैं। उनके पास प्रबंधन, सार्वजनिक बोलचाल, और कंटेंट क्रिएशन में लगभक एक दशक का अनुभव है। उन्होंने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से शिक्षा प्राप्त की है और विभिन्न कंपनियों के लिए वीडियो प्रोड्यूसर, एडिटर, और डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। जिसके बाद उन्होंने झारखंड वार्ता की शुरुआत की थी। "झारखंड वार्ता" झारखंड राज्य से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करती है, जो राज्य के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

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