सर्पमित्रों की समस्याएं सुने और समाधान करें राज्य मुख्य वन संरक्षक: छोटू स्नेक ब्वॉय
बारिश हुई शुरू ,सर्पमित्रों को याद करता है वन विभाग
जमशेदपुर;शहर में 20 से अधिक सर्पमित्र (सांप पकड़ने वाले स्नेक सेवर) काम कर रहे हैं।
लेकिन सरकार इन सर्पमित्रों की लगातार अनदेखी कर रही है, बारिश शुरू होते ही आम लोगों को सर्पमित्रों की याद आती है। सर्पमित्र अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों के घरों में घुसे हुए सांपों को सुरक्षित पड़कर जंगल में छोड़ते हैं इसके बावजूद सरकार या वन विभाग की ओर से उन्हें कोई सुविधा नहीं दी जाती।
वास्तव में बारिश शुरू होने से पहले ही वन विभाग को सर्पमित्रों से बात करके उनकी परेशानियां समझनी चाहिए थी। जैसे सांप पकड़ते समय आने वाले कठिनाइयां जरूरी उपकरणों की कमी और सांप के काटने से होने वाले घटनाओं को रोकने के उपाय का समावेश है, लेकिन इन विषयों को नजर अंदाज करते हुए सरकार ने सर्पमित्रों की ओर ध्यान नहीं दिया। जबकि सर्पमित्र वन जीव संरक्षण का एक एहम हिस्सा है उन्हें ना तो कोई मानधन( वेतन) मिलता है और ना ही कोई सरकारी सहायता या जरूरी सामान,
इसीलिए सर्पमित्र (छोटू स्नेक ब्वॉय) ने मांग की है। की झारखंड राज्य के मुख्य वन संरक्षक अधिकारी स्वयं सर्पमित्रों की समस्याओं को सुने और उनका समाधान करें।।










