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बढ़ता जा रहा चांदीपुरा वायरस का कहर; गुजरात में 44 की मौत, इन राज्यों में भी फैला

On: July 26, 2024 9:09 AM
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Chandipura Virus: गुजरात में इन दिनों चांदीपुरा वायरस ने आतंक मचा रखा है। इसके चलते राज्य में अब तक मरने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है। गुजरात में अब तक चांदीपुरा वायरस के 124 केस दर्ज किए गए हैं। मौजूदा समय में चांदीपुरा वायरस से संक्रमित 54 मरीज अस्पताल में एडमिट हैं तो 26 मरीजों को छुट्टी दी गई है। गुजरात के अलावा राजस्थान में भी चांदीपुरा वायरस के कुछ मामले सामने आए हैं। राजस्थान में अब तक 6 मामले सामने आ चुके हैं। एक की मौत हो गई है, जबकि पांच का इलाज जारी है। वहीं, मध्य प्रदेश में 2 और महाराष्ट्र में 1 मरीज मिला है।

चांदीपुरा वायरस होने से रोगी को बुखार की शिकायत होती है। इसमें फ्लू जैसे ही लक्षण होते हैं और तेज इंसेफेलाइटिस होती है। इंसेफेलाइटिस एक ऐसी बीमारी है, जिससे दिमाग में सूजन की स्थिति पैदा हो जाती है।

गुजरात में इस वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार के साथ भारत सरकार के नेशनल सेंटर फॉर डिसिज कंट्रोल नई दिल्ली की टीम भी प्रभावित क्षेत्रों में पहुंची है। राज्य सरकार की रेपिड एंड रिस्पोंस टीम भी कार्यरत है। इस टीम ने अरवल्ली और साबरकांठा जिले का दौरा भी किया है।

चांदीपुरा वायरस

साल 1966 में महाराष्ट्र में इससे जुड़ा पहला मामला साने आया था। नागपुर के चांदीपुर में इस वायरस की पहचान हुई थी, इसलिए इसका नाम चांदीपुरा वायरस पड़ गया। इसके बाद इस वायरस को साल 2004 से 2006 और 2019 में आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में रिपोर्ट किया गया। बता दें कि चांदीपुरा वायरस एक RNA वायरस है, जो सबसे ज्यादा मादा फ्लेबोटोमाइन मक्खी (बालू मक्खी) से फैलता है। इसके फैलने के पीछे मच्छर में पाए जाने वाले एडीज जिम्मेदार हैं। इस बीमारी का शिकार होने वाले बच्चे की 24 से 48 घंटे के अंदर मौत हो जाती है। इस संक्रमण का प्रबंधन केवल लक्षणात्मक रूप से ही किया जा सकता है, क्योंकि वर्तमान में इसके उपचार के लिए कोई विशिष्ट एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी या टीका उपलब्ध नहीं है। इस रोग की मृत्यु दर बहुत अधिक है, तथा इसकी तीव्र प्रगति के कारण लक्षणों का प्रबंधन कठिन हो जाता है। यह संक्रमण मुख्यतः भारत के मध्य भाग में फैला हुआ है, जहां सीएचपीवी संक्रमण फैलाने वाले बालू मक्खियों और मच्छरों की संख्या अधिक है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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