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ई-केवाईसी की अंतिम तिथि आज, झारखंड के 66 लाख से अधिक राशन कार्डधारी अब भी वंचित, नाम हटाने की प्रक्रिया होगी शुरू

On: June 30, 2025 11:13 AM
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झारखंड वार्ता/डेस्क

रांची। झारखंड में राशन कार्डधारियों के लिए ई-केवाईसी कराने की अंतिम तिथि आज 30 जून 2025 है। केंद्र सरकार द्वारा तय समयसीमा के अनुसार ई-केवाईसी नहीं कराने वालों के नाम राशन कार्ड से हटाने की प्रक्रिया अब शुरू की जाएगी। इसके साथ ही संबंधित राज्य की राशन सब्सिडी भी रोकी जा सकती है।

झारखंड में कुल 2.63 करोड़ से अधिक राशन कार्डधारी सदस्य हैं। इनमें से अब तक 66,62,411 लोगों का ई-केवाईसी नहीं हो पाया है। भारत सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत पीएचएच (प्राथमिकता श्रेणी) और अंत्योदय कार्डधारियों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया है।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने ई-केवाईसी के लिए अब तक सात बार तिथि बढ़ाई, लेकिन राज्य में ई-केवाईसी की रफ्तार लगातार धीमी बनी रही। इसकी मुख्य वजह टू-जी ई-पॉश मशीनें और नेटवर्क की समस्याएं रही हैं, जिससे डेटा अपडेशन का कार्य धीमा हो गया।

फर्जी लाभार्थियों को हटाने की कोशिश:

सरकार ने यह पहल फर्जी राशन कार्डधारियों को सिस्टम से बाहर करने और पात्र लाभार्थियों को उचित लाभ दिलाने के उद्देश्य से शुरू की है। इसके लिए राज्य के पीडीएस डीलरों को भी सक्रिय भूमिका में लगाया गया है।

क्या होगा अगर आज नहीं कराया ई-केवाईसी?

यदि आज (30 जून) तक लाभार्थी ई-केवाईसी नहीं कराते हैं, तो ऐसे सभी सदस्यों के नाम राशन कार्ड से हटाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। साथ ही, संबंधित राज्य की राशन सब्सिडी पर भी असर पड़ सकता है।

प्रशासन की अपील:

प्रशासन ने अंतिम समय में लोगों से अपील की है कि वे नजदीकी जन सेवा केंद्र या राशन दुकानों पर जाकर आधार प्रमाणीकरण (ई-केवाईसी) जल्द से जल्द पूरा करें, ताकि उनका नाम सूची से वंचित न हो।

Shubham Jaiswal

“मैं शुभम जायसवाल, बीते आठ वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने विभिन्न प्रतिष्ठित अखबारों और समाचार चैनलों में प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले पाँच वर्षों से मैं साप्ताहिक अखबार ‘झारखंड वार्ता’ से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ। पत्रकारिता मेरे लिए केवल पेशा नहीं बल्कि समाज और जनता के प्रति एक जिम्मेदारी है, जहाँ मेरी कलम हमेशा सच और न्याय के पक्ष में चलती है।

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