रांची। झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना पर बड़ा अपडेट सामने आया है। राज्यभर में इस योजना से अब तक 4 लाख 54 हजार महिलाओं के नाम हटाए जा चुके हैं। योजना की शुरुआत में लाभुकों की संख्या 55 लाख 10 हजार थी, जो जुलाई 2025 तक घटकर 50 लाख 65 हजार रह गई है।
क्यों हटाए गए महिलाओं के नाम?
प्रशासन ने नाम हटाने के पीछे कई वजहें बताई हैं—
• जिन महिलाओं की उम्र 50 साल से अधिक हो गई है, उन्हें योजना से बाहर कर दिया गया।
• जिन लाभुकों के आधार कार्ड की सीडिंग पूरी नहीं हुई थी, उनके नाम भी सूची से हटा दिए गए।
• मृत लाभुकों का नाम भी लिस्ट से हटा दिया गया।
दो जिलों में बढ़ी संख्या
जहां राज्यभर में लाभुकों की संख्या घटी है, वहीं सिमडेगा और कोडरमा जिले में इसमें वृद्धि दर्ज की गई है। सिमडेगा में 2,979 महिलाओं को जोड़ा गया है। जबकि कोडरमा में 6,160 नई महिलाओं का नाम शामिल किया गया है।
सामने आए फर्जीवाड़े
प्रशासन की जांच में यह भी सामने आया है कि कई जगहों पर फर्जी तरीके से योजना का लाभ उठाया जा रहा था। कुछ पुरुषों ने भी योजना का फायदा उठाया। अवैध और गलत जानकारी देकर लाभ पाने वालों की पहचान की गई है। प्रशासन ने साफ किया है कि योजना में फर्जीवाड़ा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना?
झारखंड सरकार ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और सम्मान को ध्यान में रखते हुए यह योजना शुरू की थी। इसके तहत योग्य महिलाओं को प्रतिमाह वित्तीय सहायता दी जाती है।
मंईयां सम्मान योजना से साढ़े चार लाख महिलाओं के नाम हटे, सिमडेगा और कोडरमा में बढ़ी संख्या; ये है वजह

