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इस शख्स के पीछे पड़ा सांप; एक महीने में 5 बार काटा, मौसी के घर भागा तो वहां भी डसा

On: July 3, 2024 6:00 AM
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उत्तरप्रदेश: फतेहपुर जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक को सांप ने एक महीने में पांच बार डसा लिया। अस्पताल में युवक का इलाज करने वाले डॉक्टर भी इसे लेकर अचंभित हैं। युवक भी इस अजीबोगरीब वाकये को लेकर खासा परेशान और सहमा हुआ है। युवक ने बताया की सांप ने उसे हमेशा शनिवार और रविवार को ही डसा है। भय से वह अपनी मौसी के घर चला गया था। लेकिन, सांप ने उसे वहां भी डस लिया। युवक ने बताया कि उसे इस बात का पहले से ही आभास हो जाता है कि सांप उसे डसने वाला है। घटना को लेकर इलाके में तरह-तरह की चर्चा चल रही है।

मामला फतेहपुर जिले के सौरा गांव का है। गांव में विकास दुबे (24) नामक एक युवक को दो जून की रात में विकास दुबे अपने घर में सोया था। बिस्तर से उठते समय उसे सांप ने डस लिया था। उसके बाद उसके परिजन उसे एक निजी अस्पताल ले गए जहां उसका इलाज चला। दो दिन तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद विकास दुबे को अस्पताल से छुट्टी मिल गई और वह अपने घर वापस आ गया। 10 जून को भी वह अपने कमरे में सोया था। इसी दौरान सांप ने उसे फिर से डस लिया। उसके बाद परिजन फिर उसे अस्पताल लेकर गए। अस्पताल में फिर से विकास का इलाज कराया गया। अस्पताल में इलाज के बाद परिवार के लोग उसे घर लेकर आए। क्योंकि विकास को दो बार सांप ने काट लिया था इसके चलते विकास और उसके परिवार के लोग पहले की अपेक्षा अधिक सावधानी बरतने लगे।

उसके बाद चार दिन गुजरा और फिर विकास दुबे काे सांप ने डस लिया। सांप डसने के बाद परिवार के लोग उसे अस्पताल ले गए तो डॉक्टर भी हैरान रह गए। चौथी बार सांप ने सात दिन भी नहीं बीतने दिए। चार दिन बाद ही सांप ने डस लिया। इस बार भी वह इलाज के बाद बच गया।

परिजनों और डॉक्टर ने भी सलाह दी कि कुछ दिन के लिए तुम अपने घर से दूर रहो। युवक अपनी मौसी के घर में रहने के लिए चला आया। बीते शुक्रवार देर रात उसे फिर से सांप ने डस लिया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, अब उसकी स्थित सामान्य है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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कानपुर का “I Love Mohammad” विवाद : पोस्टर से भड़की बड़ी बहस
कानपुर शहर हाल ही में एक पोस्टर विवाद की वजह से सुर्खियों में आ गया। मामला तब शुरू हुआ जब शहर के एक इलाके में बिना अनुमति “I Love Mohammad” लिखे बैनर और पोस्टर लगाए गए। यह पोस्टर कुछ ही समय में चर्चा का विषय बन गए और कई लोगों ने इसे धार्मिक भावनाओं से जोड़कर आपत्ति जताई। विरोध बढ़ने पर पुलिस ने बैनर हटवाया और मामले की जांच शुरू की।
प्रशासन का कहना है कि यह विवाद असल में “बिना अनुमति बैनर लगाने” का है, लेकिन इसे धर्म से जोड़कर फैलाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की अफवाह या नफरत फैलाने वाले काम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और शांति व्यवस्था बनाए रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
यह विवाद कानपुर तक सीमित नहीं रहा। धीरे-धीरे इसकी आंच उन्नाव, बरेली और यहां तक कि उत्तराखंड तक पहुंच गई। वाराणसी में साधु-संतों ने इसका जवाब “I Love Mahadev” पोस्टर लगाकर दिया। इस तरह मामला एक “पोस्टर वार” में बदल गया, जिससे समाज में तनाव की स्थिति पैदा होने लगी।
मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने पुलिस प्रशासन से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की भड़काऊ गतिविधि को रोकने की अपील की। वहीं, कुछ सामाजिक संगठनों ने भी कहा कि धार्मिक आस्था का सम्मान होना चाहिए और ऐसे विवादों को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए।
यह पूरा घटनाक्रम इस बात का संकेत है कि छोटे-छोटे मुद्दे भी अगर सही समय पर नियंत्रित न किए जाएं तो वे बड़े विवाद का रूप ले सकते हैं। समाज को चाहिए कि आपसी भाईचारे और सद्भाव को बनाए रखते हुए ऐसे मामलों से दूरी बनाए।

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