धनबाद: भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकटों की कालाबाजारी और फर्जी बुकिंग पर लगाम लगाने के लिए एक अहम तकनीकी पहल की है। रेलवे ने आज से पीआरएस (पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम) काउंटरों पर तत्काल टिकट बुकिंग के दौरान ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आधारित सत्यापन प्रणाली लागू कर दी है। यह नई व्यवस्था देशभर की 100 चयनित ट्रेनों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की गई है।
इस नई व्यवस्था के तहत अब बिना ओटीपी सत्यापन के पीआरएस काउंटर से तत्काल टिकट जारी नहीं किया जाएगा। रेलवे का मानना है कि इस कदम से तत्काल टिकटों की अवैध बिक्री, एजेंटों की मनमानी और बुकिंग में होने वाली अनियमितताओं पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सकेगा।
कैसे काम करेगी नई प्रणाली
नई व्यवस्था के अनुसार, जब कोई यात्री पीआरएस काउंटर पर तत्काल टिकट बुक कराने पहुंचेगा, तो उसे अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर देना होगा। इसके बाद उसी मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा। यात्री द्वारा ओटीपी काउंटर पर सत्यापित किए जाने के बाद ही टिकट जारी किया जाएगा। यदि ओटीपी सत्यापन नहीं हो पाता है, तो तत्काल टिकट नहीं मिलेगा।
धनबाद मंडल की 8 ट्रेनें शामिल
इस पायलट प्रोजेक्ट में धनबाद रेल मंडल से होकर गुजरने वाली आठ प्रमुख ट्रेनों को शामिल किया गया है। इनमें
12321 हावड़ा–छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस एक्सप्रेस
18611 रांची–बनारस एक्सप्रेस
13403 रांची–भागलपुर वनांचल एक्सप्रेस
18624 हटिया–इस्लामपुर एक्सप्रेस
13329 धनबाद–पटना गंगा दामोदर एक्सप्रेस
13330 पटना–धनबाद गंगा दामोदर एक्सप्रेस
18623 इस्लामपुर–हटिया एक्सप्रेस
18626 हटिया–इस्लामपुर एक्सप्रेस शामिल हैं।
यात्रियों से अपील
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे तत्काल टिकट बुकिंग के दौरान अपना मोबाइल फोन साथ रखें और सही मोबाइल नंबर दर्ज कराएं, ताकि ओटीपी सत्यापन में किसी तरह की परेशानी न हो।
रेलवे ने संकेत दिए हैं कि पायलट प्रोजेक्ट के सफल रहने पर भविष्य में इस व्यवस्था को अन्य ट्रेनों और मंडलों में भी लागू किया जा सकता है।
आज से तत्काल टिकट बुकिंग में हुआ बड़ा बदलाव, OTP वेरिफिकेशन के बाद मिलेगा टिकट; धनबाद मंडल की 8 ट्रेनों में व्यवस्था लागू














