धनबाद: पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में अपराधियों द्वारा बड़ी साजिश रची थी। साजिश को अंजाम देने से पहले बिहार पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। बिहार पुलिस यदि तीनों अपराधियों को नहीं पकड़ती तो धनबाद में एक बड़ा कांड हो जाता। तीनों ने बिहार एसटीएफ को बताया कि वे लोग धनबाद के बैंक मोड़ में एंजल वन माइक्रो फाइनांस कंपनी में लूटपाट करने जा रहे हैं। चार अन्य साथियों के साथ मिलकर वे मंगलवार की सुबह कांड को अंजाम देने वाले थे।
बिहार एसटीएफ को सूचना मिली थी कि कुछ अपराधी सफेद रंग की एक टाटा सफारी में सवार होकर दीघा मरीन ड्राइव के रास्ते गांधी मैदान की ओर बढ़ रहे है। पुलिस ने तुरंत इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी। देर रात को एक संदिग्ध गाड़ी को पुलिस ने ओवरटेक कर रोका, जिसमें अपराधी सवार थे। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से दो पिस्टल, 11 जिंदा कारतूस और मोबाइल फोन बरामद किए गए। पुलिस ने टाटा सफारी को भी जब्त कर लिया। अपराधियों की पहचान तौहीद उर्फ धर्मेंद्र, दीपक कुमार और अल्ताफ राजा के रूप में हुई है। धर्मेंद्र खाजेकलां, जबकि दीपक और राजा रोहतास के रहने वाले हैं।
डकैती की सारी प्लानिंग पुरुलिया जेल में बंद ओमप्रकाश उर्फ गुड्डू ने बनाई थी। हालांकि, इससे पूर्व ही धनबाद पुलिस ने करमजीत, अरमान, प्रकाश व ऋषभ को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह का सरगना ओम प्रकाश प्रसाद फिलहाल पुरुलिया जेल में बंद है। पटना पुलिस की कार्रवाई धनबाद पुलिस की सूचना पर हुई। जब धनबाद पुलिस ने चारों से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि उनके और साथी सफारी गाड़ी से धनबाद आ रहे हैं। इसके बाद पटना एसटीएफ व बुद्धा कॉलोनी थाने की पुलिस ने जेपी गंगा पथ पर चेकिंग शुरू की। इसी दौरान तौहीद, दीपक व अल्ताफ पकड़े गये, गाड़ी अल्ताफ चला रहा था। हथियार बरामदगी को लेकर बुद्धा कॉलोनी थाने में केस दर्ज किया गया है, जिसमें बरामद सफारी गाड़ी के मालिक को भी आरोपित बनाया गया है। इस बात की जांच की जा रही है कि गाड़ी किसकी है।