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1 जनवरी से बैंकिंग नियमों में होंगे कई बड़े बदलाव, डिजिटल बैंक‍िंग के लिए RBI के नए डायरेक्शन

On: November 29, 2025 5:56 PM
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New Digital Banking Rules: भारत में डिजिटल लेन-देन ने बैंकिंग प्रणाली को पूरी तरह बदलकर रख दिया है। जहां एक ओर मोबाइल बैंकिंग, नेट बैंकिंग, यूपीआई (UPI) और अन्य डिजिटल भुगतान प्रणालियों में वृद्धि देखी गई है, वहीं दूसरी ओर इनसे संबंधित धोखाधड़ी (फ्रॉड) के मामले भी लगातार बढ़े हैं।

इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। RBI ने डिजिटल बैंकिंग को और अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और सरल बनाने के लिए 7 नए ‘मास्टर डायरेक्शन’ जारी किए हैं, जो 1 जनवरी 2026 से पूरे देश में लागू होंगे। इन नए नियमों का उद्देश्य डिजिटल बैंकिंग को एक मानक के तहत लाना और उसे सुरक्षित व भरोसेमंद बनाना है।

नए नियमों का उद्देश्य

इन नए नियमों से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि डिजिटल बैंकिंग अब एक सरल और सुरक्षित अनुभव बने। अब तक डिजिटल बैंकिंग से जुड़े नियम अलग-अलग सर्कुलरों और आदेशों में बिखरे हुए थे, जिससे बैंकों के लिए इनका पालन करना चुनौतीपूर्ण हो रहा था। RBI ने अब इन सभी नियमों को समेकित करते हुए 7 नए ‘मास्टर डायरेक्शन’ जारी किए हैं। इसके साथ ही, RBI ने 5673 पुराने सर्कुलरों को रद्द कर दिया है।

7 प्रमुख बदलाव

1. एक देश, एक नियम: अब डिजिटल बैंकिंग के लिए एक ही मानक पूरे देश में लागू होगा, जिससे बैंकों को नियमों को समझने और पालन करने में आसानी होगी।

2. डिजिटल बैंकिंग नीति: प्रत्येक बैंक को अपनी अलग डिजिटल बैंकिंग पॉलिसी बनानी होगी। इसमें यह बताया जाएगा कि बैंक इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और यूपीआई जैसी सेवाओं को सुरक्षित रखने के लिए क्या कदम उठाएगा, और अगर सर्वर डाउन या कोई बड़ी तकनीकी समस्या आती है तो उसे कैसे हल किया जाएगा।

3. साइबर फ्रॉड पर नियंत्रण: नए नियम साइबर अपराध और धोखाधड़ी के मामलों पर रोक लगाने के लिए तैयार किए गए हैं। इससे ऑनलाइन लेन-देन और अधिक सुरक्षित हो सकेगा।

4. बैंकों के लिए आसान प्रक्रियाएं: नए नियमों के लागू होने से बैंकों और NBFCs (नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां) पर कागजी कार्रवाई का बोझ कम होगा, जिससे कामकाज तेज़, पारदर्शी और कम लागत वाला होगा।

5. बड़े और छोटे बैंकों के लिए समान अवसर: अब छोटे बैंक भी बड़े बैंकों की तरह सुरक्षित और आधुनिक डिजिटल बैंकिंग सेवाएं प्रदान कर सकेंगे, जिससे ग्राहकों को अधिक विकल्प मिलेंगे।

6. ग्राहक सुरक्षा: ग्राहक को डिजिटल बैंकिंग का उपयोग करते समय कोई भी खतरा न हो, इसके लिए बैंकों को सुरक्षा मानकों को पहले से बेहतर बनाना होगा।

7. शिकायत निवारण प्रणाली: बैंकिंग से जुड़ी शिकायतों के समाधान की प्रक्रिया अब और तेज़ और व्यवस्थित होगी, जिससे ग्राहकों को अधिक राहत मिलेगी।


1 जनवरी 2026 से लागू होंगे नियम

RBI का यह कदम 1 जनवरी 2026 से लागू होगा और तब तक बैंकों को इन नए नियमों का पालन सुनिश्चित करना होगा। यह बदलाव भारतीय बैंकिंग प्रणाली को और अधिक सक्षम और विश्वसनीय बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

ग्राहकों को क्या मिलेगा लाभ?

RBI के नए नियमों से सबसे बड़ा फायदा ग्राहकों को होगा। बैंकों को नई डिजिटल सेवाएं जल्द शुरू करने की अनुमति मिलेगी, और डिजिटल सुरक्षा मानकों में सुधार होगा, जिससे लेन-देन में धोखाधड़ी की संभावना कम होगी। इसके अलावा, शिकायतों के समाधान में तेजी आएगी, जिससे ग्राहकों को अधिक संतुष्टि मिलेगी।

RBI के इन नए डिजिटल बैंकिंग नियमों से भारतीय बैंकिंग प्रणाली में पारदर्शिता, सुरक्षा और दक्षता बढ़ेगी। इसका असर सभी बैंकों चाहे वे बड़े हों या छोटे पर पड़ेगा, क्योंकि अब हर बैंक को एक समान स्तर पर डिजिटल बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए नियमों का पालन करना होगा। यह कदम निश्चित रूप से भारतीय बैंकिंग को एक नया और सुरक्षित रूप देने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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