---Advertisement---

कुड़मी समाज ने अनिश्चितकालीन रोको आंदोलन ऐसे लिया वापस!

On: September 20, 2023 3:06 PM
---Advertisement---

रांची : कुड़मी आदिवासी बनाने की मांग को लेकर 20 सितंबर से अनिश्चितकालीन रेल रोको अभियान अभियान कुर्मी समाज ने वापस ले लिया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कुर्मी समाज के लोग रेल रोकने के लिए निकल पड़े थे रेल ट्रैकों को जाम किया जा रहा था। कई जगह से पथराव और पुलिस प्रशासन के द्वारा लाठी चार्ज की भी खबर है। लाठी चार्ज में कुछ आंदोलनकारी के घायल होने के लिए बात बताई जा रही है। इसी दौरान घंटे मशक्कत के बाद आंदोलन का नेतृत्व कर रहे कुर्मी समाज के वरिष्ठ नेताओं से अपर जिला दंडाधिकारी कमलाकांत गुप्ता ने वार्ता की। इस दौरान समाज के लोगों को आश्वस्त किया कि समाज के मांगों को लेकर आगामी 25 सितंबर को रांची में कुड़मी समाज के प्रतिनिधियों के साथ अहम बैठक होगी।बैठक में झारखंड सरकार के मुख्य सचिव व जनजातीय अनुसंधान संस्थान (टीआरआई) रांची के निदेशक ख़ास तौर पर मौजूद रहेंगे।इसी आश्वासन के बाद कुड़मी समाज ने बुधवार को रेल रोको आंदोलन वापस ले लिया।इस तरह जिला प्रशासन कुड़मी समाज के नेताओं को मनाने में कामयाब रहा।

गोमों स्टेशन में आंदोलन की अगुवाई कर रहे कुड़मी समाज नेता अजीत महतो, मन्टू महतो, हलधर महतो व अन्य के साथ अपर जिला दंडाधिकारी कमलाकांत गुप्ता ने वार्ता की।

वार्ता के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए अपर जिला दंडाधिकारी कमलाकांत गुप्ता ने बताया कि आंदोलन का नेतृत्व कर रहे कुड़मी समाज के नेताओं के साथ उन्होंने वार्ता की। जिसमें तय किया गया कि आगामी 25 सितंबर सोमवार की सुबह 10:30 से 11:00 बजे तक मुख्य सचिव के साथ बैठक होगी। बैठक में निदेशक टीआरआई रांची उपस्थित होंगे. बैठक के बाद अजीत महतो व मन्टू महतो ने लाउडस्पीकर पर आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की।जिसके बाद सभी आंदोलनकारी धीरे-धीरे पटरी से उठकर वापस घरों को लौट गए।

इधर अनिश्चितकाल में रेल रोको आंदोलन को लेकर जनता और प्रशासन दोनों परेशान थी लेकिन आंदोलनकारियों के द्वारा बंद वापस लेने की खबर से सभी ने राहत की सांस ली।

Satyam Jaiswal

सत्यम जायसवाल एक भारतीय पत्रकार हैं, जो झारखंड राज्य के रांची शहर में स्थित "झारखंड वार्ता" नामक मीडिया कंपनी के मालिक हैं। उनके पास प्रबंधन, सार्वजनिक बोलचाल, और कंटेंट क्रिएशन में लगभक एक दशक का अनुभव है। उन्होंने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से शिक्षा प्राप्त की है और विभिन्न कंपनियों के लिए वीडियो प्रोड्यूसर, एडिटर, और डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। जिसके बाद उन्होंने झारखंड वार्ता की शुरुआत की थी। "झारखंड वार्ता" झारखंड राज्य से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करती है, जो राज्य के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

Join WhatsApp

Join Now