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मंत्री इरफान का यह बयान झारखंड की सियासत में लाएगा तूफान,नहीं लागू होगा प्रदेश में वक्फ कानून!

On: April 7, 2025 4:33 AM
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कथित किसान विरोधी कानून की तरह यह कानून रद्द करवा कर ही दम लेंगे: डॉक्टर इरफान अंसारी

रांची: झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान के इस बयान से झारखंड की सियासत में तूफान आने के प्रयास लगाए जा रहे हैं। जिसमें उन्होंने कहा है कि झारखंड में भाजपा का तुगलकी फरमान नहीं चलने वाला है। अदाणी और अंबानी को वक्फ बोर्ड की जमीन बेचने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुस्लिम समाज के नकली हितैषी नहीं बनें।उन्होंने कहा राज्य में वक्फ संशोधन बिल लागू नहीं होगा।

राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ विरोध अभियान तेज किया है।

इरफान अंसारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कहा कि हमारा समाज ना तो आपको वोट देता है, ना ही हम आपसे कोई विशेष अपेक्षा रखता है। मोदी उन समाजों और वर्गों के हितों की चिंता करें, जिन्होंने उनको अपना समर्थन दिया है। उनके विकास के लिए कार्य करें और उनको लेकर किए गए वादे धरातल पर उतारें।

मुस्लिम समाज की जमीन और हमारे अधिकारों से दूर रहें, यही हमारे लिए पर्याप्त होगा। हमें हमारे हाल पर छोड़ दीजिए। मोदी सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर मुसलमानों के धार्मिक स्थलों और वक्फ की संपत्तियों पर कब्जा जमाना चाहती है। झारखंड में ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।

कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी इस अन्याय के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं। अगर भाजपा को लगता है कि वह वक्फ बोर्ड की जमीनें जबरन हड़प लेगी तो यह उसकी भारी भूल है। जिस तरह राहुल गांधी के नेतृत्व में हमने किसान विरोधी कृषि कानूनों को वापस लेने पर मजबूर किया था, ठीक उसी तरह यह कानून भी रद करवाकर ही दम लेंगे।

उन्होंने कहा कि लोग धैर्य बनाए रखें और एकजुट होकर इस अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करें। झारखंड सरकार इस कानून को अपने राज्य में लागू नहीं होने देगी और हर हाल में वक्फ की संपत्तियों की रक्षा करेगी।

इरफान अंसारी ने कहा कि हमारे समुदाय की एक-एक इंच जमीन सुरक्षित रहेगी। भाजपा सरकार का यह तुगलकी फरमान झारखंड में नहीं चलेगा।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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