झारखंड वार्ता संवाददाता
गढ़वा। सदर अनुमंडल प्रशासन की अनोखी पहल “कॉफ़ी विद एसडीएम” कार्यक्रम की अगली कड़ी इस बुधवार को आयोजित की जाएगी। इस बार कार्यक्रम में विशेष रूप से मिट्टी की मूर्तियाँ बनाने वाले स्थानीय शिल्पकार आमंत्रित किए गए हैं।
एसडीएम संजय कुमार ने बताया कि संवाद के दौरान कलाकारों से उनके कार्य, परंपरा, कला-संरक्षण, बाजार उपलब्धता, सरकारी योजनाओं से जुड़ाव और उनकी कठिनाइयों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि आमतौर पर गढ़वा में मूर्ति निर्माण के लिए बाहर से कारीगर आते हैं, लेकिन बड़ी संख्या में हमारे स्थानीय कलाकार भी इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं, जिनकी कला अब तक गुमनामी में है।
एसडीएम ने कहा कि गणेश पूजा, विश्वकर्मा पूजा, दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा जैसे अवसरों पर स्थानीय शिल्पकार न केवल मिट्टी की सुंदर मूर्तियाँ गढ़ते हैं, बल्कि पंडाल और रथ निर्माण में भी अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने जानकारी दी कि वर्तमान समय में भी कई स्थानीय कलाकार दुर्गा पूजा और विश्वकर्मा पूजा की मूर्तियाँ बनाने में व्यस्त हैं।
उन्होंने सभी शिल्पकारों से अनुरोध किया है कि वे अपनी व्यस्तता से समय निकालकर आगामी बुधवार, 10 सितंबर को पूर्वाह्न 11 बजे अनुमंडल कार्यालय पहुँचकर इस संवाद का हिस्सा जरूर बनें।
गौरतलब है कि दिसंबर 2024 से शुरू हुआ “कॉफ़ी विद एसडीएम” कार्यक्रम प्रशासन और समाज के बीच संवाद को प्रोत्साहित करने का प्रयास है। अब तक इसमें विभिन्न वर्गों को आमंत्रित कर उनकी समस्याओं और सुझावों को सुना गया है।
एसडीएम ने उम्मीद जताई कि इस सप्ताह का संवाद न केवल स्थानीय शिल्पकारों का मनोबल बढ़ाएगा, बल्कि उनकी कला को भी नई पहचान दिलाएगा।
मिट्टी की मूर्तियों के शिल्पकार होंगे इस बार “कॉफ़ी विद एसडीएम” के खास मेहमान

