केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर को लश्कर ए तैयबा का धमकी भरा खत!बंगाल में एनआरसी लागू होने पर घर और पूरे भारत को जलाने की धमकी!
प०बंगाल: लोकसभा चुनाव के पूर्व एक बार फिर से पश्चिम बंगाल की राजनीति गरमा गई है। इसी बीच बम ब्लास्ट के मामले में एनआईए की छापामारी के बाद सत्ता पक्ष और भारतीय जनता पार्टी के बीच जबरदस्त बयान बाजी का दौर जारी है। टीएमसी के कई सांसद और नेता दिल्ली चुनाव आयोग तक पहुंच गए हैं। चुनाव आयोग में शिकायत करते हुए केंद्रीय जांच एजेंसियों के कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं और चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपा है। टीएमसी की मांग है ED,CBI,NIA और IT के डायरेक्टर को बदला जाए। दिल्ली मंदिर मार्ग थाने के पास धरने पर बैठे हुए हैं। इसके पूर्व चुनाव आयोग के समक्ष धरना प्रदर्शन किया था जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। इसी बीच मीडिया में खबर आ रही है कि केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर को कथित रूप से मोस्ट वांटेड आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के द्वारा एक पत्र भेजा गया है जिसमें कथित रूप से यह बांग्ला भाषा में कहा गया है कि यदि बंगाल में एनआरसी लागू होता है तो केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर के आवास मतुआ ठाकुर बाड़ी को उड़ा दिया जाएगा और ठाकुर बाड़ी के किसी को जिंदा नहीं छोड़ा जाएगा। पश्चिम बंगाल के साथ-साथ पूरा भारत जल उठेगा। वही इसको लेकर भी सत्ता पक्ष विपक्ष में ठन गई है। सत्ता पक्ष का आरोप है कि शांतनु ठाकुर सहानुभूति वोट पाने के लिए झूठ का इस्तेमाल कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर ने दावा किया है कि लश्कर-ए-तैयबा ने धमकी भरा खत भेजा है। खत में लिखा है कि अगर बंगाल में एनआरसी हुआ तो मतुआ की ठाकुरबाड़ी को उड़ा दिया जाएगा। ठाकुरबारी के सभी सदस्यों को मार दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने दावा किया है कि पत्र में तो यही लिखा है। शांतनु ने दावा किया कि पत्र उन्हें सोमवार दोपहर करीब 2 बजे डाक से मिला। केंद्रीय मंत्री ने इसे लेकर राज्य की सत्ताधारी पार्टी पर भी हमला बोला है। हालांकि, तृणमूल ने कहा है कि शांतनु लोकसभा से पहले ‘सहानुभूति वोट’ पाने के लिए झूठ बोल रहे हैं। वहीं केन्द्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर ने भी तृणमूल कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है।बंगाल में अलोकतांत्रिक स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे उग्रवादी समूह तृणमूल के समर्थन से पोषित हो रहे हैं और हमें धमकी दे रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं गृहमंत्री को इसकी शिकायत करूंगा। मुजे मुझे इंसाफ चाहिए। यह घटना बंगाल के लिए बेहद शर्मनाक है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में सक्रिय इस आतंकी संगठन के नाम से शांतनु को भेजा गया पत्र कथित तौर पर बांग्ला भाषा में लिखा गया है। बंगाली में लिखे गए पत्र में लिखा है, शांतनुबाबू मुझे आशा है कि आप ठीक हैं। मैं आपको बता दूं कि अगर पश्चिम बंगाल में एनआरसी हुआ और एनआरसी के कारण मुसलमानों पर कोई अत्याचार हुआ तो पश्चिम बंगाल और पूरा भारत जल उठेगा। तुम्हारी ठाकुरबाड़ी उड़ा दी जाएगी। ठाकुरबाड़ी के किसी भी व्यक्ति को जिंदा नहीं छोड़ेंगे। क्या आपने लश्कर-ए-तैयबा का नाम सुना है? हम लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य हैं।
आतंकी संगठन के नाम से उन्हें भेजे गए धमकी भरे पत्र को खुद केंद्रीय मंत्री ने खुद ही सार्वजनिक किया। पत्र के मुताबिक, धमकी भरा पत्र उत्तर 24 परगना के देगंगा के हादीपुर गांव से भेजा गया है। पत्र नजरुल इस्लाम साहिब अली और फज्र अली नामक दो व्यक्तियों ने भेजा है।
निवर्तमान केंद्रीय मंत्री और लोकसभा सांसद ने उग्रवादी संगठनों द्वारा धमकी भरे पत्र भेजे जाने को लेकर राज्य की तृणमूल सरकार पर हमला बोला है। शांतनु ने कहा, ”मैं इस राज्य के मुख्यमंत्री और सरकार को सूचित करना चाहता हूं कि सोमवार को दोपहर 2:10 बजे आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने मुझे एक धमकी भरा पत्र भेजा।वहां लिखा है, सीएए-एनआरसी पर कुछ भी ज्यादती की तो ठाकुरबाड़ी को उड़ा दिया जाएगा। मेरा परिवार भी ख़त्म हो जाएगा।
बंगाल में अलोकतांत्रिक स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे उग्रवादी समूह तृणमूल के समर्थन से पोषित हो रहे हैं और हमें धमकी दे रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं गृहमंत्री को इसकी शिकायत करूंगा। मुजे मुझे इंसाफ चाहिए। यह घटना बंगाल के लिए बेहद शर्मनाक है।
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