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गढ़वा: जिला के मझिआंव प्रखंड के भवनाथपुर वन क्षेत्र के ग्राम टड़हे में वन विभाग की संलिप्ता से अवैध आरामिल मशीन का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। आरामिल मशीन चलने से तेजी से जंगल एवं हरे वृक्षों की कटाई कर लोगों द्वारा आरामिल मशीन तक पहुंचाया जाता है। जिसे आरामिल संचालक द्वारा मोटे रकम कमाने हेतु इमारती लकड़ियों की कटाई- चिराई की जा रही है। वहीं मंझिआंव प्रखंड के ग्राम टड़हे में अलग-अलग तीन जगहों पर आरामिल मशीन लगाकर ढेरों लकड़ियों की कटाई- चिराई की जा रही है।

जिसमें स्थानीय ग्रामीण लोगों से पूछने पर उनके द्वारा बताया गया कि टड़हे निवासी लल्लू राम के घर के पास बिशुनपुरा प्रखंड के ग्राम बिशुनपुरा निवासी अभिषेक शर्मा उर्फ छोटू शर्मा द्वारा आरामिल संचालित किया जा रहा है।

वहीं टड़हे निवासी संजय यादव के घर के पास राजेंद्र शर्मा उर्फ ददू शर्मा द्वारा आरामिल मशीन संचालित किया जा रहा है तथा वहीं टड़हे निवासी राजदेव शर्मा द्वारा अपने ही घर के पीछे आरामिल संचालित किया जा रहा है।

वहीं सभी आरामिल मशीन के पास सैकड़ों मोटी-मोटी इमारती लकड़ियों को देखा गया तथा कई सारी लकड़ी चीरने के बाद आरामिल मशीन के पास ही पड़ा हुआ था। सबसे बड़ी विडंबना यह है कि वन विभाग के जिन अधिकारियों द्वारा इस अवैध आरामिल मशीन कारोबार पर रोक लगानी चाहिए, वे या तो निष्क्रिय हैं या उदासीन।

वहीं इस विषय में मोबाइल से सम्पर्क करने पर वन विभाग के भवनाथपुर वन क्षेत्र के रेंजर प्रमोद कुमार ने बताया कि इसकी जानकारी मुझे नहीं है और अगर ऐसा है तो उसपे वन अधिनियम के तहत संवैधानिक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके पूर्व में भी कार्रवाई की गई है।