ढाका: तुर्की अब भारत के पूर्वी पड़ोसी बांग्लादेश में तेजी से सक्रिय हो रहा है। तुर्की समर्थित एक संस्था सल्तनत-ए-बांग्ला ने ‘ग्रेटर बांग्लादेश’ (Greater Bangladesh) का नक्शा जारी किया है, जिसमें भारत के कई हिस्सों को बांग्लादेश में दर्शाया गया है। द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की समर्थित इस NGO ने ‘ग्रेटर बांग्लादेश’ के नक्शे में भारत के कई पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों को शामिल किया है। इस लिस्ट में म्यांमार का अराकान राज्य, बिहार, झारखंड, ओडिशा समेत उत्तर पूर्वी भारत का पूरा हिस्सा मौजूद है। रिपोर्ट के अनुसार यह नक्शा बांग्लादेश की राजधानी ढाका के विश्वविद्यालय में देखने को मिला है। विश्वविद्यालय के हॉल में ‘ग्रेटर बांग्लादेश’ का यह नक्शा लगाया गया है, जिसका इस्तेमाल कई छात्र कर रहे हैं।
यह नक्शा मोहम्मद यूनुस के उस बयान के मद्देनजर बनाया गया है, जिसमें उसने भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों को बांग्लादेश में मिलाने की बात कही थी। अप्रैल में ढाका यूनिवर्सिटी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई थी, जिसमें एक शख्स को ‘ग्रेटर बांग्लादेश’ का नक्शा पकड़े देखा जा सकता था। इस नक्शे पर लिखा था ‘सल्तनल-ए-बांग्ला’।
द इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, पाकिस्तान को समर्थन देने के अलावा तुर्की ने बांग्लादेश में अपना प्रभाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। तुर्की बड़े पैमाने पर बांग्लादेशी सेना को सैन्य हथियार सप्लाई कर रहा है। अंकारा और ढाका के बीच सैन्य सहयोग भी बढ़ा है, जिसमें बांग्लादेशी सशस्त्र बलों को प्रस्तावित सैन्य आपूर्ति भी शामिल है।