रांची: झारखंड में वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन को नया आयाम देने की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। राज्य में दो नए चिड़ियाघर बनाए जाएंगे। एक गिरिडीह में और दूसरा दुमका में। इसके साथ ही पलामू टाइगर रिजर्व के पास एक अत्याधुनिक टाइगर सफारी भी स्थापित की जाएगी।
यह जानकारी रविवार को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) परितोष उपाध्याय ने वन्यजीव सप्ताह 2025 के समापन समारोह में दी। यह कार्यक्रम जमशेदपुर वन प्रभाग और टाटा स्टील जूलॉजिकल सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था।
मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए परितोष उपाध्याय ने कहा कि “नए चिड़ियाघर और टाइगर सफारी से न केवल वन्यजीव संरक्षण और शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी। इस तरह के प्रयास राज्य में इको-टूरिज्म और आउटरीच गतिविधियों को नई दिशा देंगे।”
उन्होंने वन्यजीव संरक्षण को लेकर आयोजित इस प्रकार के कार्यक्रमों के महत्व पर बल देते हुए जमशेदपुर वन प्रभाग और टाटा स्टील जूलॉजिकल सोसाइटी के सहयोग की सराहना की।
अधिकारियों के अनुसार, गिरिडीह चिड़ियाघर के लिए 396.22 हेक्टेयर भूमि चिह्नित की गई है, जबकि दुमका के हिजला पश्चिमी वन क्षेत्र में 116.35 हेक्टेयर वन भूमि पर दूसरा चिड़ियाघर बनेगा।
वहीं, लातेहार जिले में पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र के बाहर करीब 150 हेक्टेयर क्षेत्र में टाइगर सफारी विकसित की जाएगी।
वन विभाग का मानना है कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से न केवल राज्य में वन्यजीव संरक्षण को बल मिलेगा, बल्कि रोजगार और पर्यटन की नई संभावनाएं भी पैदा होंगी।
झारखंड में जल्द बनेंगे दो नए चिड़ियाघर, एक टाइगर सफारी भी बनेगी












