चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिले में चल रहे पुलिस-नक्सली अभियान के तहत सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। रविवार (31 अगस्त) को जराईकेला थाना क्षेत्र अंतर्गत सारंडा के जंगली-पहाड़ी क्षेत्र से दो कुख्यात माओवादियों को झारखंड पुलिस और कोबरा 209 बटालियन की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किया गया है। दोनों पर 40 से अधिक मामले दर्ज हैं।
एसपी राकेश रंजन ने जानकारी दी कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस और कोबरा टीम ने संयुक्त सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान सब जोनल कमेटी सदस्य संदीप उर्फ हिडिमा पाडेयाम (जिला बीजापुर, छत्तीसगढ़) और एरिया कमेटी सदस्य शिवा बोदरा उर्फ शिबू (जोमरो टोला जोजोडीह, थाना कुचाई, जिला सरायकेला, झारखंड) को दबोचा गया।
हथियार और विस्फोटक बरामद
गिरफ्तारी के दौरान नक्सलियों के पास से 1 पिस्टल, 11 कारतूस, 2 मैगजीन, 2 वॉकी-टॉकी सेट, डेटोनेटर और आईईडी बनाने से संबंधित कई सामान बरामद किए गए। पुलिस का मानना है कि ये सामग्री सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की तैयारी में उपयोग की जानी थी।
नक्सली घटनाओं में लंबे समय से सक्रिय
एसपी ने बताया कि ये दोनों नक्सली बीते 10 वर्षों से झारखंड में सक्रिय थे और आईईडी लगाकर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते रहे। शिवा बोदरा ओडिशा के राउरकेला जिले के केबोलांग थाना क्षेत्र के ग्राम बांको में हुए विस्फोटक लूट कांड में भी शामिल था।
चौंकाने वाला खुलासा
गिरफ्तार नक्सलियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) संगठन के केंद्रीय कमेटी सदस्य अनल उर्फ रमेश महिला दस्ते की सदस्यों का शारीरिक शोषण करता है। पुलिस इस दिशा में भी जांच कर रही है।
बड़ी सफलता मानी जा रही कार्रवाई
सुरक्षा बलों के लिए यह गिरफ्तारी एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। दोनों कुख्यात नक्सलियों की गिरफ्तारी से पश्चिमी सिंहभूम और आसपास के क्षेत्रों में माओवादी संगठन की गतिविधियों पर लगाम लगने की उम्मीद जताई जा रही है।
चाईबासा: सारंडा के जंगल से दो कुख्यात नक्सली गिरफ्तार, हथियार और विस्फोटक बरामद














