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मणिपुर हिंसा के दो साल बाद पीएम मोदी पहुंचे चुराचांदपुर, विस्थापितों से की मुलाकात; कांग्रेस ने बताया ‘राजनीतिक तमाशा’

On: September 13, 2025 2:35 PM
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इम्फाल/चुराचांदपुर। मणिपुर में 2023 की भीषण हिंसा के दो साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को चुराचांदपुर पहुंचे। यह वही इलाका है, जहां हिंसा का सबसे गहरा असर पड़ा था और करीब 260 लोगों की जान गई थी। भारी बारिश के बावजूद प्रधानमंत्री ने इम्फाल एयरपोर्ट से लगभग 65 किलोमीटर का सफर तय किया और पीस ग्राउंड स्थित राहत शिविरों में रह रहे बुजुर्गों व बच्चों से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल अजय कुमार भल्ला भी मौजूद थे।

चुराचांदपुर मुख्य रूप से कुकी-जो समुदाय का इलाका है। यहीं से 3 मई 2023 को मैतेई और कुकी-जो समुदायों के बीच हिंसक संघर्ष की शुरुआत हुई थी। यह विवाद तब भड़का, जब एक जनजातीय संगठन ने मैतेई लोगों को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने के खिलाफ रैली निकाली थी। हिंसा की चपेट में आने के बाद 60,000 से अधिक लोग अपने घर छोड़कर राहत शिविरों में शरण लेने को मजबूर हो गए थे।

पीएम मोदी ने चुराचांदपुर दौरे के दौरान 7,300 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 14 बड़ी विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें ड्रेनेज सिस्टम, महिला छात्रावास, स्कूल और सुपर-स्पेशलिटी स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हिंसा प्रभावित इलाकों में स्थायी शांति और विकास लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

हिंसा की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसके चलते तत्कालीन मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह को इस्तीफा देना पड़ा था और 13 फरवरी 2024 से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है।

प्रधानमंत्री की अगली यात्रा इम्फाल की होगी, जहां वे राहत शिविरों में रह रहे हजारों कुकी विस्थापितों से मिलेंगे। साथ ही, 1,200 करोड़ रुपये की विभिन्न आधारभूत ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और ऐतिहासिक कांग्ला किला में सभा को संबोधित करेंगे।

मणिपुर के मुख्य सचिव पुणीत गोयल ने इस अवसर पर कहा, “मणिपुर केवल एक सीमा राज्य नहीं है, बल्कि भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ का महत्वपूर्ण स्तंभ है। यह दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए भारत का द्वार है और देश की विविधता का गर्वित संरक्षक भी।”

हालांकि, प्रधानमंत्री की इस यात्रा को लेकर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि, “मणिपुर लंबे समय से जल रहा है, अब जाकर पीएम मोदी का यहां आना कोई बड़ी बात नहीं।” वहीं कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इसे राज्यवासियों के साथ “अपमान” बताते हुए कहा कि यह यात्रा शांति और सद्भाव स्थापित करने के लिए नहीं, बल्कि एक “राजनीतिक तमाशा” है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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