नई दिल्ली/पोर्ट ब्लेयर: देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि हाथ लगी है। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को घोषणा की कि अंडमान सागर में प्राकृतिक गैस (Natural Gas) का नया भंडार खोजा गया है।
मंत्री ने जानकारी दी कि यह खोज अंडमान द्वीप समूह की पूर्वी तट रेखा से लगभग 17 किलोमीटर दूर, श्री विजयपुरम क्षेत्र के दो कुओं से की गई है। यहां की कुल जल गहराई करीब 295 मीटर है, जबकि लक्षित गहराई लगभग 2650 मीटर तक ड्रिलिंग की गई। शुरुआती परीक्षण में जो गैस के नमूने सामने आए, उनमें 87 प्रतिशत मीथेन पाई गई है।
पुरी ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी साझा करते हुए लिखा कि इस गैस भंडार का आकार और इसकी व्यावसायिक उपयोगिता का स्पष्ट आकलन आने वाले महीनों में गहन अध्ययन के बाद ही हो सकेगा। हालांकि, इस खोज ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अंडमान बेसिन हाइड्रोकार्बन संसाधनों से समृद्ध है।
उन्होंने कहा, “हम लंबे समय से मानते आ रहे थे कि अंडमान बेसिन में प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक गैस मौजूद है। इसका कारण यह है कि इस बेल्ट में म्यांमार से लेकर इंडोनेशिया तक कई सफल खोजें पहले ही हो चुकी हैं।”
केंद्रीय मंत्री ने यह भी रेखांकित किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार गहरे पानी मिशन (Deep Sea Mission) के तहत तेज़ी से काम कर रही है। इस मिशन का मकसद अपतटीय हाइड्रोकार्बन भंडारों की खोज और दोहन है।
पुरी ने कहा कि यह खोज न केवल भारत की ऊर्जा यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी, बल्कि यह हमारे विशेषज्ञों और तकनीकविदों को गहरे पानी में हाइड्रोकार्बन खोज को और आगे बढ़ाने में भी मदद करेगी।
ऊर्जा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह भंडार व्यावसायिक स्तर पर सफल साबित होता है, तो यह भारत की प्राकृतिक गैस आपूर्ति को मजबूत करने के साथ-साथ आयात पर निर्भरता को भी कम करेगा।
अंडमान सागर में मिला नैचुरल गैस का भंडार, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दी खुशखबरी

