एक आरोपी का एनकाउंटर,दूसरे की तलाश में 5 टीमें लगी
उत्तर प्रदेश: बदायूं में दो मासूम नाबालिग भाइयों की गला रेत कर हत्या से सनसनी और तनाव फैला हुआ है, जबकि तीसरा नाबालिग मासूम भाई ने किसी तरह अपनी जान बचाई है। जिसके कारण पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल कायम है। बीती रात आरोपी के सैलून दुकान में आगजनी भी की गई है और सड़क जाम कर कार्रवाई की मांग की गई है। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में है। पैरामिलिट्री फोर्स मंगाई गई है। पुलिस ने इस मामले में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए वारदात के कुछ ही घंटे के बाद एक आरोपी को जंगल में भागते वक्त पुलिस पर फायरिंग किया जिसे पुलिस ने एनकाउंटर में ढ़ेर कर दिया है। एक पुलिस पर फायरिंग करने वाले कथित पिस्टल को भी जप्त कर लिया गया है। इसके अलावा बच्चों की हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार भी बरामद कर लिया गया है। साजिद के भाई जावेद जो कि कथित रूप से इस कांड में शामिल था। उसकी तलाश में पुलिस की पांच टीमें संभावित ठिकानों पर छापामारी कर रही है।
तंत्र-मंत्र में मासूमों की बलि देने की आशंका!
जिस तरह कांड को अंजाम दिया गया है उससे संभावना व्यक्त की जा रही है कि तंत्र-मंत्र के कारण मासूमों की बलि देने का प्रयास किया गया है क्योंकि मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक आरोपी पीड़ित परिवार के जान पहचान वाले बताए जाते हैं। जबकि पीड़िता की मां अपने घर के छत के ऊपर ब्यूटी पार्लर चलाती है। आरोपी साजिद और जावेद बाइक से आए थे और साजिद बच्चों की दादी से ₹5000 यह कहते हुए मांगने लगे उसके घर में पत्नी की डिलीवरी होने वाली है जबकि जावेद नीचे ही खड़ा था।चार डिलीवरी खराब हो चुकी है।पांचवी डिलीवरी और इसी बात को कहते हुए वह घर के लोग पैसा लाने गए थे बताया जाता है कि पैसा उसे दे भी दिया गया था और इसके बावजूद वह कहने लगा की छत पर वह ब्यूटी पार्लर देखने जा रहा है बच्चों को भी फुसला कर ले गया जहां धारदार हथियार से दो बच्चों का गला काटकर हत्या कर दी तीसरा किसी तरह खुद कर अपना जान बचाई। वह भी उनके हमले में घायल बताया जा रहा है। मामले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ की नजर है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है बदायूं सिविल थाने में प्राथमिक की दर्ज कर दी गई है। हत्या की कारणो का पता लगाया जा रहा है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। पीड़ित परिवार के घर में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई है जो समझाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन चीख पुकार मची हुई है।
इधर दो मासूमों की हत्या को लेकर सियासत भी तेज हो गई है समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर सवाल उठाए हैं।
अभी-अभी खबरों के मुताबिक बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम करवा कर घर ला दिया गया है।
देखें दरिंदों से किसी तरह जान बचाकर भागे बच्चों की जुबानी
सौजन्य -ANI
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पीड़ित बच्चे ने बताया कि वारदात के वक्त वो भी मौजूद था। उसका कहना है कि साजिद ने उसके बड़े भाई से छत पर चाय मंगवाई और फिर छोटे भाई से पानी भी मंगवाया। उसने बताया कि जब उसके दोनों भाई चाय और पानी लेकर पहुंचे तो उसने दोनों की हत्या कर दी। हत्या के दौरान जब मेरा छोटा भाई चिल्लाया तो मैं ऊपर पहुंचा। मेरे ऊपर पहुंचते ही आरोपी ने मेरा भी मुंह पकड़ लिया और मुझ पर चाकू से वार किया, जिससे मुझे भी चोट लगी है। इससे पहले वो कुछ और कर पाता मैं उसे धक्का देकर नीचे भागा और मां के साथ दरवाजे बंद कर लिए। फिलहाल, मृतक के पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी मृतक साजिद और उसके भाई जावेद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
चश्मदीद बच्चे ने सुनाया आंखों देखा हाल
बता दें कि साजिद नामक शख्स पर पड़ोसी विनोद के घर में जाकर उसके दो बच्चों आयुष और आहान की खौफनाक तरीके से हत्या का आरोप है। आरोपी साजिद को वारदात के कुछ घंटों बाद यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। वहीं, इस हमले में परिवार का तीसरा बच्चा पीयूष घायल हो गया है। अब पीड़ित पीयूष ने घटना के बारे में जानकारी दी है। दोनों मृत बच्चों के जीवित भाई और घटना के प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि सैलून चलाने वाला साजिद उसके घर आया था। वह मेरे भाइयों को ऊपर ले गया। मुझे नहीं पता कि उसने उन्हें क्यों मारा? उसने मुझ पर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन मैंने धक्का दे दिया।उधर, एफआईआर में मृतक बच्चों के पिता के हवाले से लिखा है कि आरोपी साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि उसे पांच हजार रुपये चाहिए क्योंकि उसकी पत्नी गर्भवती और उसकी डिलीवरी होने वाली है। बच्चों की मां संगीता ने अपने पति विनोद को कॉल किया तो उन्होंने कहा- पड़ोसी हैं दे दो 5000 कल दे देगा। इसके बाद साजिद से चाय का पूछा गया तो उसने हामी भरी और कहा कि अस्पताल जाने में एक दो घंटे हैं।जब वह पैसे लेने के लिए अंदर गई तो उसने कहा कि उसकी तबीयत ठीक नहीं लग रही है। लिहाजा, वह छत पर टहलने जाना चाहता है। पिता ने बताया कि मेरे बेटे (मृतक) उसके साथ थे। इस दौरान आरोपी साजिद ने अपने भाई जावेद को भी छत पर बुलाया। जब मेरी पत्नी लौटी तो उसने साजिद और जावेद को हाथों में चाकू लिए देखा। साजिद ने मेरे जीवित बेटे पर भी हमला करने की कोशिश की और वह घायल हो गया। भागते हुए साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि आज उसने अपना काम पूरा कर लिया है।