Vande Bharat Sleeper: वंदे भारत की स्लीपर वर्जन ट्रेन जल्द ही पटरियों पर दौड़ने लग जाएंगी। निर्माण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। प्रारंभ में दो सेट ट्रेनें लाने की तैयारी है। पहले इनका ट्रायल होगा। उसके बाद नियमित संचालन किया जाएगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आने वाले 2 महीने में वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का ट्रॉयल शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस साल के आखिर तक वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें दौड़ने लगेंगी।
सरकार का फोकस है कि साल 2029 तक 300 से ज्यादा वंदे भारत स्लीपर व सीटिंग ट्रेनें जल्द दौड़ने लगेंगी। वहीं, आम लोगों के लिए चलने वाली 400 से ज्यादा अमृत भारत ट्रेनों का भी प्रोडक्शन किया जाएगा।
रूट और किराये का निर्णय अभी नहीं किया गया है, किंतु माना जा रहा है कि दिल्ली-मुंबई या दिल्ली-कोलकाता रूट से शुरुआत की जा सकती है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत रेल मंत्रालय वंदे भारत के अन्य संस्करणों पर काम कर रहा है। स्लीपर संस्करण की प्रत्येक ट्रेन में 16 बोगियां होंगी। एसी थ्री की 11, सेकेंड एसी की चार बोगियां एवं फर्स्ट एसी की एक बोगी होगी। वंदे भारत स्लीपर की गति क्षमता 220 से 240 किमी प्रतिघंटे की होगी, लेकिन ऑपरेटिंग स्पीड 165 किमी ही रहेगी। क्लासिक लकड़ी की डिजाइन वाली सीटें बनाई जा रही हैं, जो इस तरह आरामदायक होंगी कि यात्रियों को लक्जरी होटल की तरह महसूस होगा।