पानीपत: हरियाणा के पानीपत में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जटल रोड स्थित सृजन पब्लिक स्कूल के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गए।
पहले वीडियो में दूसरी कक्षा के एक छात्र को होमवर्क न करने पर रस्सी से खिड़की से उल्टा लटकाकर पीटते हुए देखा गया। वहीं, दूसरे वीडियो में स्कूल प्रिंसिपल रीना छोटे बच्चों को अन्य छात्रों के सामने बेरहमी से थप्पड़ मारती नजर आईं।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
मॉडल टाउन थाना पुलिस ने इस पूरे मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए स्कूल प्रिंसिपल और ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी सतीश वत्स ने बताया कि घटना की शिकायत पुलिस को दो दिन पहले मिली थी। इसके बाद जांच की गई और दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया गया।
स्कूल बंद, मान्यता नहीं थी
शिक्षा मंत्री ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि बच्चों के साथ किसी भी तरह का हिंसक व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्कूल को नोटिस जारी कर तुरंत प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईईओ) ने जांच में खुलासा किया कि स्कूल के पास किसी भी प्रकार की मान्यता नहीं थी और यह महज एक घर में संचालित किया जा रहा था।
अभिभावकों का गुस्सा, परिजनों का पलटवार
घटना से आक्रोशित अभिभावकों ने थाने में जमकर हंगामा किया और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। दूसरी ओर, ड्राइवर के परिजनों का कहना है कि उसे गलत तरीके से फंसाया जा रहा है।
प्रिंसिपल का बचाव और सफाई
मामले पर जब प्रिंसिपल रीना से सवाल पूछा गया तो उन्होंने दावा किया कि बच्चों को अनुशासन सिखाने और सुधारने के लिए ऐसा कदम उठाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों ने दो सगी बहनों के साथ अनुचित व्यवहार किया था और परिवार वालों को पहले सूचित किया गया था। हालांकि, शिक्षा मंत्रालय के नियमों के मुताबिक, बच्चों को सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मारना या सजा के तौर पर शौचालय साफ करने के लिए मजबूर करना पूरी तरह गलत है।
एक बच्चे को उल्टा लटकाने पर सफाई देते हुए प्रिंसिपल ने पहले टालमटोल की, बाद में कहा कि उन्होंने केवल ड्राइवर को डांटने के लिए कहा था, लेकिन उसने हद पार कर दी। इसके बाद ड्राइवर को नौकरी से हटा दिया गया।
इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा व्यवस्था पर प्रशासन किस तरह की निगरानी कर रहा है।