ख़बर को शेयर करें।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर विरोध प्रदर्शन अब हिंसक रूप लेता जा रहा है। मुर्शिदाबाद में हुई सांप्रदायिक झड़पों के बाद अब दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर इलाके में भी हालात बिगड़ गए हैं। सोमवार को पुलिस से इंडियन सेकुलर फ्रंट (ISF) के कार्यकर्ता भिड़ गए और गाड़ियों में तोड़फोड़ व आगजनी की। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इलाके में पैरामिलिट्री फोर्स के साथ भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है।

दक्षिण 24 परगना में सोमवार को ISF विधायक नौशाद सिद्दीकी वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। जिसमें भारी तादाद में लोग शामिल हुए। पुलिस ने जब इन्हें रोकने की कोशिश की तो भीड़ उग्र हो गई और बैरमपुर सड़क पर जाम लगा दिया। जिसको हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी।

वक्फ कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, मालदा, दक्षिण 24 परगना समेत कई जिलों में व्यापक हिंसा देखी जा रही है। इसको लेकर सत्तारूढ़ टीएमसी और बीजेपी एक दूसरे पर हिंसा भड़ाने का आरोप लगा रही है।

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हालिया हिंसा के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति के पूरी तरह खराब होने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को मांग की कि प्रदेश में 2026 में होने वाला विधानसभा चुनाव राष्ट्रपति शासन के तहत करवाया जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि जब भीड़ उत्पात मचा रही थी, तब सरकार मूकदर्शक बनी रही। शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि सुती, धुलियान, जंगीपुर और शमशेरगंज सहित मुर्शिदाबाद के कुछ हिस्सों में जारी अशांति ने नागरिकों की सुरक्षा और शांति बनाए रखने में राज्य सरकार की अक्षमता को उजागर किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *