हजारीबाग: बड़कागांव प्रखंड के बादम कोल खनन परियोजना को लेकर हुई बैठक के दौरान ग्रामीणों और एनटीपीसी के वरीय पदाधिकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई। दरअसल बैठक में अचानक ग्रामीणों की ओर से पथराव शुरू हो गया, इसमें पुलिस प्रशासन तथा कंपनी के अधिकारी समेत डेढ़ दर्जन लोग घायल हो गए हैं। गंभीर रूप से घायल अधिकारियों को बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग रेफर किया गया है। हालात को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है।
बड़कागांव प्रखंड के महुगाई कला पंचायत के सुकुल खपिया गांव स्थित पंचायत सचिवालय में एनटीपीसी बादम कोल खनन परियोजना के लिए प्रस्तावित ग्राम सभा में भारी संख्या में ग्रामीण विरोध जताने पहुंचे। विरोध के दौरान स्थिति अचानक बिगड़ गई और ग्रामीणों व कंपनी अधिकारियों के बीच झड़प के बाद पथराव शुरू हो गया। इसमें बड़कागांव एसडीपीओ पवन कुमार, पुलिस निरीक्षक ललित कुमार, थाना प्रभारी कृष्ण कुमार गुप्ता के वाहन सहित कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुईं। पुलिसकर्मी और कंपनी अधिकारी घायल हुए। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और प्रशासन ने घटनास्थल पर डेरा डाल दिया है।
हजारीबाग उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने बताया कि बड़कागांव स्थित बादम कोल परियोजना, जो एनटीपीसी के अधीन है, के लिए गोंदलपुरा, बादम और अंबाजीत गांव की जमीन का अधिग्रहण होना है। इसी विषय पर चल रही बैठक के दौरान असामाजिक तत्वों ने घटना को अंजाम दिया। इसमें पांच पदाधिकारी घायल हुए, जिनका इलाज जारी है। उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन की प्राथमिकता घायलों का उपचार है, जिसके बाद असामाजिक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है, अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है और सभी घायल खतरे से बाहर हैं।