लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल विपक्ष के भारी विरोध के बावजूद 288 वोट से पास,अब राज्यसभा में होगी जंग
एजेंसी: विपक्ष के भारी विरोध के बावजूद देर रात लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल 288 मतों से पास हो गया जबकि इसके खिलाफ 232 वोट की पड़े। अब इसे राज्यसभा में पास करने के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष में होगी जंग।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में 11 घंटे तक चली लंबी बहस चर्चा के बीच बिल पेश किया फिर स्पीकर ओम बिरला ने सदन में ध्वनिमत कराया, जिसके बाद वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके बाद बिल लोकसभा में पास हो गया।
देर रात 3 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 लोकसभा में पारित हुआ। विधेयक के पक्ष में 288 वोट, विधेयक के खिलाफ 232 वोट पड़े। स्पीकर ओम बिरला ने इसकी जानकारी दी। अब राज्यसभा में इस बिल को आज पेश किया जाएगा।
देर रात लोकसभा में वोटिंग, वक्फ संशोधन बिल पास
केंद्र सरकार ने वक्फ संशोधन बिल को ‘उम्मीद’ (यूनीफाइड वक्फ मैनेजमेंट इम्पावरमेंट, इफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट) नाम दिया गया है। बिल को केंद्र सरकार में शामिल तेलुगु देशम पार्टी (TDP), जनता दल यूनाइटेड (JDU) और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) का समर्थन मिला। वोटिंग के बाद यह बिल लोकसभा में पारित हो गया है।
वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने लोकसभा में चल रही बहस के दौरान कहा, “असदुद्दीन ओवैसी इस विधेयक को असंवैधानिक कहते हैं, लेकिन उन्होंने विधेयक को फाड़कर असंवैधानिक काम किया है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि विधेयक क्यों फाड़ दिया?”
सरकार का पक्ष और अमित शाह का बयान
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि यह कानून मुसलमानों के खिलाफ नहीं है, बल्कि पारदर्शिता और प्रशासनिक सुधार के लिए लाया गया है। उन्होंने कहा, “इस बिल में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिससे मुस्लिम समुदाय को उनके धार्मिक अधिकारों से वंचित किया जाए। विपक्ष केवल राजनीतिक फायदे के लिए इसे सांप्रदायिक रंग दे रहा है।”
‘आपके वक्फ में एक भी गैर-मुस्लिम नहीं आएगा’
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